
बहरागोड़ा: पारुलिया पंचायत के लालसाई गांव में मंगलवार को मां शीतला की पूजा पारंपरिक श्रद्धा और उल्लास के साथ संपन्न हुई. इस अवसर पर दोपहर में सैकड़ों श्रद्धालु महिलाएं और पुरुष कलश यात्रा में शामिल हुए.
भव्य कलश यात्रा और कीर्तन
पूजा की शुरुआत गांव के बड़ातालाब से की गई, जहां पुजारी भानु ठाकुर के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने कीर्तन, शंखनाद और घंटाध्वनि के साथ कलश उठाए. कलश यात्रा पूरे गांव में भ्रमण करते हुए लालसाई क्लब परिसर पहुंची, जहां पूजा विधिवत आरंभ हुई.
देवी-देवताओं का आह्वान और महिला श्रद्धालुओं की आस्था
ग्रामीणों के अनुसार, पूजा प्रारंभ होने से पहले आस-पास के समस्त देवी-देवताओं का आह्वान किया गया. इसके बाद महिलाओं ने कतारबद्ध होकर एक-एक कर मां शीतला की पूजा की. उन्होंने परिवार में रोग-मुक्ति, सुख-शांति और कल्याण की कामना के साथ अर्चना की.
बिना चूल्हे के दिन और प्रसाद का वितरण
परंपरा के अनुसार, इस दिन गांव के किसी भी घर में चूल्हा नहीं जलाया गया. शाम होते ही प्रसाद का वितरण किया गया, जिससे पूजा की पूर्णता को अनुभव किया गया.
रात्रि में गांव के चारों ओर मां शीतला का झंडा बड़ी धूमधाम से स्थापित किया गया. ग्रामीणों का विश्वास है कि इससे गांव में महामारी या बड़ी बीमारी नहीं फैलती. रातभर मां के गुणगान और भजनों की श्रृंखला आयोजित की जाएगी.
पूजा को सफल बनाने में गांव की पूजा कमिटी के सभी सदस्य सक्रिय रूप से लगे रहे. हर पहलू का समर्पणपूर्वक निर्वहन किया गया, जिससे आयोजन पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है.
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