
बहरागोड़ा: बहरागोड़ा प्रखंड के मानुषमुड़िया गांव में आयोजित हरिनाम संकीर्तन का समापन शुक्रवार को पारंपरिक दधि महोत्सव के साथ हुआ. यह आयोजन भक्ति, लोक परंपरा और सामाजिक एकता का अनुपम उदाहरण बना. दोपहर में कीर्तन मंडप से पुजारी द्वारा दधि हंडी उठाकर गांव भ्रमण की परंपरा निभाई गई. बैंड-बाजे और स्थानीय कीर्तन मंडली के साथ निकली यह शोभायात्रा पूरे गांव में भ्रमण करते हुए प्रत्येक घर पहुंची. हर घर के आगे हंडी को घुमाया गया और उसमें से शुद्ध जल का छिड़काव किया गया.
श्रद्धा से जुड़ी लोक मान्यताएं
ग्रामीणों का विश्वास है कि दधि हंडी का यह जल रोग निवारण करता है और घर में सुख-शांति व समृद्धि लाता है. महिलाओं ने व्रत रखकर विधिपूर्वक पूजन किया और एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर उत्सव का आनंद लिया. दोपहर में हजारों भक्तों के बीच खिचड़ी का भोग वितरित किया गया. साथ ही बतासा, चॉकलेट और मिठाइयों का वितरण भी किया गया. इसके बाद दधि हंडी को मंडप के चारों ओर पांच बार परिक्रमा कर कीर्तन का विधिवत समापन किया गया. रात्रि में पश्चिम बंगाल से आए मंगला मंडल द्वारा भावविभोर कर देने वाला लीला कीर्तन प्रस्तुत किया गया, जिसमें ग्रामीण श्रद्धालु रातभर जुटे रहे. इस धार्मिक आयोजन को सफल बनाने में गांव के कई श्रद्धालु और कीर्तन मंडली के सदस्य तन-मन से जुटे रहे.
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