
चांडिल: रेलवे फाटकों पर बढ़ती दुर्घटनाओं की रोकथाम और सुरक्षा के प्रति लोगों को सजग करने हेतु दक्षिण पूर्व रेलवे के आद्रा मंडल ने अंतरराष्ट्रीय समपार फाटक जागरूकता दिवस मनाया. इस अवसर पर मंडल के संरक्षा संगठन द्वारा व्यापक स्तर पर जनजागरूकता अभियान चलाया गया.
अभियान के तहत गेटमैन, सड़क उपयोगकर्ताओं और आम नागरिकों को समपार फाटकों के सुरक्षित उपयोग को लेकर जानकारी दी गई. लोगों को समझाया गया कि बंद फाटक के नीचे से निकलना एक दंडनीय अपराध है और इससे जान का खतरा भी बना रहता है.
रेलवे ट्रैक पार करते समय मोबाइल फोन, ईयरफोन या म्यूजिक सिस्टम का उपयोग न करने का अनुरोध किया गया. यात्रियों से अपील की गई कि वे धैर्यपूर्वक फाटक खुलने का इंतजार करें और तभी क्रॉसिंग पार करें.
संरक्षा विभाग, रेलवे सुरक्षा बल, सिविल डिफेंस, स्काउट्स एंड गाइड्स, और रेलवे के कई अधिकारियों व कर्मचारियों की सहभागिता से चलाए गए इस अभियान के तहत 10,470 नागरिकों और वाहन चालकों को जागरूक किया गया.
अभियान के दौरान नुक्कड़ नाटक, वाकाथन, एसएमएस अलर्ट और पंपलेट वितरण जैसे तरीकों से समपार फाटकों पर सुरक्षा के संदेश को रोचक और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया.
इस जागरूकता दिवस ने आम नागरिकों को यह समझाने का प्रयास किया कि रेलवे फाटक पर एक छोटी सी चूक जानलेवा साबित हो सकती है. रेलवे प्रशासन ने सभी से आग्रह किया है कि वे रेलवे नियमों का पालन करें और स्वयं की तथा दूसरों की सुरक्षा सुनिश्चित करें.
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