
जमशेदपुर: नेहरू युवा केंद्र एवं व्यक्तित्व विकास संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती डिमना स्थित ज्ञान गंगा पब्लिक स्कूल में श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई गई. कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और पुष्पांजलि अर्पण के साथ हुई.
मुख्य अतिथि एवं विद्यालय प्रबंधन समिति के सचिव मधुकर कुमार ने कहा कि डॉ मुखर्जी राष्ट्र के लिए समर्पित व्यक्तित्व थे. उच्च शिक्षित होने के बावजूद उन्होंने देशहित को सर्वोपरि रखा. उनके प्रयासों से बंगाल का विभाजन टल सका. वे जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा दिए जाने के विरोध में मुखर रहे और अनुच्छेद 370 को समाप्त करने की मांग के साथ कश्मीर गए, जहां गिरफ्तारी के बावजूद उन्होंने पीछे हटने का नाम नहीं लिया.
विशिष्ट वक्ता के रूप में व्यक्तित्व विकास संस्थान के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने सुझाव दिया कि डॉ मुखर्जी की जीवनी को विद्यालयी पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए ताकि छात्र राष्ट्रभक्ति और नैतिक मूल्यों से प्रेरणा पा सकें. उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम भारत सरकार के निर्देश पर आयोजित किया गया ताकि आम जनमानस उनके बलिदान को याद कर सके.
इस अवसर पर डॉ मुखर्जी के जीवन पर आधारित भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. प्रतियोगिता में विद्यालय के छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया. निर्णायक मंडल द्वारा घोषित परिणाम में युवराज सिंह को प्रथम, पीयूष कुमार को द्वितीय और शिवम ओझा को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ. सभी विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए गए.
कार्यक्रम का संचालन संस्थान के सचिव मनोज कुमार ने किया. इस अवसर पर पीएलवी मनोज महतो, रितेश कुमार, सुनील पांडेय, शिक्षक बीरेंद्र मिश्रा, अमन पांडेय सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे.
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