
सरायकेला: ‘मेरा युवा भारत’ (MY Bharat) सरायकेला-खरसावां के तत्वावधान में रविवार को राजनगर में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती उत्साहपूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर एक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें युवाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
प्रतियोगिता में आकाश महतो प्रथम, दुबराज सोरन द्वितीय तथा राहुल महतो तृतीय स्थान पर रहे। सभी प्रतिभागियों ने डॉ. मुखर्जी के जीवन और विचारों को मंच पर प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया।
इस मौके पर राजनगर प्रखंड के स्वयंसेवक प्रह्लाद महतो ने उपस्थित युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्म 6 जुलाई 1901 को कोलकाता में हुआ था। वे एक कुशल राजनीतिज्ञ, शिक्षाविद और बैरिस्टर थे, जिनके राष्ट्र के प्रति समर्पण को भुलाया नहीं जा सकता।
उन्होंने बताया कि डॉ. मुखर्जी ने 1951 में भारतीय जनसंघ की स्थापना की, जो बाद में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का आधार बनी। वे 1951 से 1953 तक जनसंघ के अध्यक्ष रहे और कश्मीर में धारा 370 के विरोध में उन्होंने अपने प्राण तक न्योछावर कर दिए।
इस कार्यक्रम में स्वामी विवेकानंद यंगस्टर क्लब कुंवारदा के सदस्य आनंद महतो, रविंद्र महतो, अजीत महतो और जयदेव महतो सहित कई अन्य युवा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
उन सभी ने एक स्वर में कहा कि डॉ. मुखर्जी का जीवन युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है। वे देश की एकता, अखंडता और राष्ट्रवाद के प्रतीक थे। उनका संघर्ष और बलिदान हर भारतवासी के लिए मार्गदर्शक है।
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