
सरायकेला: बाघमुंडी प्रखंड एवं पंचायत समिति की ओर से गुरुवार को बुरदा उच्च विद्यालय में एक विशेष जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में बाल विवाह की रोकथाम, मासिक धर्म स्वच्छता और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन जैसे अहम मुद्दों पर छात्रों को जागरूक किया गया.
शिविर की शुरुआत दीप प्रज्वलन और अतिथियों का स्वागत पुष्पांजलि से हुआ. उद्घाटन के बाद छात्रों द्वारा प्रस्तुत गीत-नृत्य ने माहौल को जीवंत बना दिया. इसके बाद वक्ताओं ने सामाजिक कुरीतियों, स्वास्थ्य जागरूकता और पर्यावरण संरक्षण जैसे विषयों पर विस्तार से बात की.
इस अवसर पर स्कूल परिसर में एक अनोखा “प्लास्टिक दान शिविर” भी लगाया गया. छात्राओं ने प्लास्टिक की बोतलों में प्लास्टिक कचरा भरकर जमा किया और बदले में उन्हें चॉकलेट और पेन देकर प्रोत्साहित किया गया.
इसी दौरान स्कूल की छात्राओं – खुशी अड्डी, सृष्टि मेहता समेत कई अन्य ने प्रखंड प्रशासन से विद्यालय में सैनिटरी वेंडिंग मशीन की मांग रखी. उन्होंने कहा कि स्कूल में 1800 से अधिक छात्र-छात्राएं हैं, लेकिन सुविधाएं न्यूनतम हैं.
स्कूल के कार्यवाहक प्रधानाध्यापक सुबोध चंद्र गरई ने वेंडिंग मशीन की मांग का समर्थन करते हुए प्रखंड प्रशासन का आभार व्यक्त किया और विद्यालय की अन्य समस्याओं पर भी ध्यान देने का आग्रह किया. उन्होंने यह भी बताया कि इतने बड़े स्कूल में फिलहाल सिर्फ 8 शिक्षक कार्यरत हैं, जिससे शिक्षा व्यवस्था पर दबाव बना रहता है.
शिविर में मौजूद डॉ. सोमनाथ क्वेरी (माध्यमिक परीक्षा 2025 के जिला संयोजक), स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मुरली मोहन मेहता, एसडब्ल्यूएम पर्यवेक्षक शांतिदेव चटर्जी, शिक्षक और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे.
इस अवसर पर राष्ट्रपति द्वारा बाल विवाह रोकथाम के क्षेत्र में पुरस्कृत बीना कालिंदी को भी विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था. कार्यक्रम के अंत में स्कूल के आंगन में प्लास्टिक बोतलों से एक सजावटी बाड़ बनाई गई, जिसमें छात्रों ने पर्यावरण के प्रति जागरूकता का संदेश दिया.
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