
देवघर: श्रावणी मेले की तैयारियों को लेकर नगर निगम कार्यालय में नगर आयुक्त रोहित कुमार सिन्हा ने अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की. इस दौरान नालों की सफाई, कांवड़ रूट की व्यवस्था, बाबा मंदिर क्षेत्र की समग्र स्वच्छता और अतिक्रमण हटाने जैसे विषयों पर गंभीर चर्चा हुई.
नगर आयुक्त ने कहा कि श्रावणी मेला और मानसून साथ-साथ आते हैं, ऐसे में यह आवश्यक है कि नालों में किसी प्रकार की रुकावट न हो और कांवड़ मार्ग पर जलजमाव की कोई स्थिति उत्पन्न न हो. विशेषकर बाबा मंदिर और रूट लाइन क्षेत्र की साफ-सफाई और निकासी व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए.
नालों की सफाई: तय हुई प्राथमिकताएं और समय-सीमा
बैठक में सभी वार्ड जमादारों को बुलाकर उनके क्षेत्रों की स्थिति की समीक्षा की गई. नगर आयुक्त ने उन्हें क्षेत्रवार साफ-सफाई के लक्ष्य सौंपे. कुछ जमादारों ने नालों की सफाई में आ रही इंजीनियरिंग समस्याओं जैसे कि अवरुद्ध पाइपलाइन, टूटे नाले और अतिक्रमण की जानकारी दी.
इन तकनीकी समस्याओं के समाधान हेतु सहायक नगर अभियंता पारस को तलब किया गया. उन्हें क्षेत्रवार आवश्यक मरम्मत और निर्माण कार्य तत्काल शुरू करने के निर्देश दिए गए. सभी कार्यों के लिए निर्धारित समय-सीमा तय की गई है.
अतिक्रमण और रूट लाइन की विशेष निगरानी
नगर प्रबंधक प्रकाश मिश्रा को श्रावणी मेला के लिए सफाई नोडल अधिकारी और अतिक्रमण हटाओ प्रभारी के रूप में जिम्मेदारी सौंपी गई. उन्हें निर्देश दिया गया कि मंदिर क्षेत्र, कांवड़ रूट लाइन, जसीडीह स्टेशन के आसपास और नालों के ऊपर-पास के अवैध अतिक्रमण को तत्काल हटाया जाए.
विशेष निर्देश दिए गए हैं कि सड़कों पर पड़ी भवन निर्माण सामग्री को हटाने की कार्रवाई तत्काल शुरू हो. यदि संबंधित व्यक्ति स्वेच्छा से सामग्री नहीं हटाते हैं, तो विधिसम्मत जुर्माना लगाया जाएगा. यह अभियान नियमित रूप से संचालित किया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं की यात्रा निर्बाध रहे.
प्रशासनिक दल भी रहा सक्रिय
इस बैठक में नगर आयुक्त के साथ-साथ उप नगर आयुक्त सागरी बराल, सहायक नगर आयुक्त रंजीत सिंह और गौरव कुमार भी उपस्थित रहे. सभी अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि श्रावणी मेला 2025, स्वच्छता और सुविधा के स्तर पर एक उदाहरण बने.
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