
जादूगोड़ा: जादूगोड़ा के कुल्डीहा पंचायत अंतर्गत भवानीडीह गांव में किसान भागीरथी भगत द्वारा चार एकड़ भूमि में की गई गेहूं की खेती अब क्षेत्र की पहचान बन चुकी है. आसनवनी लैंप्स के बीज से लहलहा रही यह फसल स्थानीय कृषि व्यवस्था के लिए एक सकारात्मक संकेत है.
पोटका कृषि पदाधिकारी और बीमा कंपनी की टीम ने की सराहना
इस जानकारी पर पोटका प्रखंड कृषि पदाधिकारी देवेन्द्र नाथ महतो, एचडीएफसी एर्गो फसल बीमा कंपनी के प्रखंड संयोजक राकेश कुमार पाल और आसनवनी लैंप्स के सचिव मनिंदर नाथ महतो ने खेत का दौरा किया. मौके पर किसान भागीरथी भगत से मुलाकात की और उनकी मेहनत की सराहना की. साथ ही बीमा कंपनी द्वारा फसल की मापी भी की गई.
जादूगोड़ा का पहला गेहूं उत्पादक किसान
पोटका प्रखंड में यह पहला उदाहरण है जब किसी किसान ने इतनी बड़ी मात्रा में गेहूं की खेती की है. भागीरथी भगत ने बताया कि झारखंड में गेहूं की आयात पर निर्भरता को खत्म करने के लिए धान के बाद गेहूं की खेती को बढ़ावा देना बेहद जरूरी है.
किसान भागीरथी भगत का मानना है कि अगर सरकार समय पर बीज और खाद उपलब्ध कराए, तो राज्य में गेहूं की खेती को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया जा सकता है. इससे न केवल अनाज की कमी दूर होगी, बल्कि किसान आर्थिक रूप से भी सशक्त होंगे.
भाई पीयूष भगत भी बने सहभागी
खेती को सामूहिक रूप देने के उद्देश्य से उनके भाई पीयूष भगत ने भी गेहूं की खेती शुरू की है, ताकि अन्य किसान भी प्रेरित हो सकें. इस प्रकार जादूगोड़ा में कृषि नवाचार की नई कहानी लिखी जा रही है.
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