
जमशेदपुर: समाहरणालय सभागार में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने जागृति सेवा संस्थान, पूर्वांचल की 12 सदस्यीय महिला उद्यमी टीम से संवाद किया. यह टीम टेली शक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत पूर्वी सिंहभूम जिले के एक्सपोज़र विजिट पर आई हुई थी. टीम में 8 ग्रामीण महिला उद्यमियों के साथ-साथ बैंकिंग कॉरेस्पॉन्डेंट (BC), BC सखी और CSC संचालक भी शामिल थीं.
अनुभवों और सीखों से भरी झारखंड यात्रा
टीम की सदस्यों ने उपायुक्त के समक्ष अपनी झारखंड यात्रा के अनुभव साझा किए. विशेष रूप से गुमला जिले की यात्रा का ज़िक्र करते हुए उन्होंने बताया कि वहाँ “गुमला हाट”, “रागी मिशन”, “दीदी कैफे” जैसी पहलों से जुड़ी महिलाओं से मिलकर उन्हें गहन प्रेरणा और मार्गदर्शन मिला. ये सभी पहल उपायुक्त श्री सत्यार्थी के गुमला कार्यकाल के दौरान प्रारंभ की गई थीं.
उद्यमिता से आत्मनिर्भरता तक का सफर
उपायुक्त ने महिला उद्यमियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि उद्यमशीलता केवल आर्थिक सशक्तिकरण नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव की भी कुंजी है. उन्होंने कहा कि पूर्वांचल की दीदियों और पूर्वी सिंहभूम की सखी दीदियों के बीच संवाद, सहयोग और अनुभव साझा करने की प्रक्रिया ज़मीनी विकास को बल देगी.
सम्मान, संवाद और साझा संकल्प
इस अवसर पर पूर्वी सिंहभूम जिले के सक्रिय BC, BC सखी और CSC VLE प्रतिनिधियों ने भी अपने अनुभव साझा किए. उपायुक्त ने पूर्वांचल से आई महिला उद्यमियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की. कार्यक्रम में डीपीएम जेएसएलपीएस सुजीत बारी, एलडीएम संजीव कुमार, रमेश कुमार, अखिलेश राय सहित अन्य पदाधिकारी और प्रतिभागी उपस्थित रहे.
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