
बोड़ाम: बोड़ाम प्रखंड के मिर्जाडीह स्थित एसटीपी लिमिटेड कंपनी में हाल ही में हुए विस्फोट और जहरीली गैस रिसाव की गंभीर घटना के बाद कंपनी अधिकारियों के विरुद्ध बोड़ाम थाना में मामला दर्ज किया गया है. प्राथमिकी एसआई विनोद सिंह द्वारा दर्ज की गई, जिसमें कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर, जीएम एस. रविंद्र नाथ, मुख्य प्रवक्ता सुभाष भट्टाचार्य सहित अन्य अधिकारियों को नामजद किया गया है.
5 जून की शाम कंपनी परिसर में स्थित 20 टन क्षमता वाले अलकतरा टैंक में अत्यधिक तापमान के चलते विस्फोट हुआ. इसके बाद भारी मात्रा में जहरीली गैस का रिसाव हुआ, जिससे आस-पास के ग्रामीण इलाकों में अफरा-तफरी मच गई. लोगों को सांस लेने में कठिनाई और असहजता महसूस हुई.
स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया है कि यह कंपनी इको सेंसिटिव ज़ोन में अवैध रूप से संचालित हो रही थी और इसके कारण डिमना नाला बुरी तरह प्रदूषित हो चुका है.
पुलिस ने आरोप लगाया है कि कंपनी ने बिना वैध दस्तावेजों के संवेदनशील पर्यावरणीय क्षेत्र में संचालन किया. इसके अलावा, भारी लापरवाही से सार्वजनिक स्वास्थ्य और पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान पहुँचाया गया. मामले की जांच शुरू कर दी गई है. प्रशासन ने कंपनी को तत्काल बंद करा दिया है. यह भी स्पष्ट किया गया है कि कोर्ट के आदेश तक कंपनी पुनः शुरू नहीं हो सकती.
सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ता दीपक रंजीत ने इस घटना को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, “कंपनी का गैर-जिम्मेदाराना रवैया अब बर्दाश्त के बाहर है. एक समय था जब डिमना नाले का पानी लोग पीते थे और गर्मियों में दलमा के हाथी भी यहीं टिकते थे. लेकिन अब यह नाला एक गंदी नाली में तब्दील हो चुका है. इसका ज़िम्मेदार कौन है?”
उन्होंने यह भी कहा कि दोषियों की जवाबदेही तय करना और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सख्त कदम उठाना समय की मांग है. क्षेत्रीय निवासियों के स्वास्थ्य और पर्यावरण की सुरक्षा सर्वोपरि होनी चाहिए.
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