
गुवा: गुवा थाना क्षेत्र के नुईया गांव स्थित वन देवी मंदिर में मां दुर्गा की प्रतिमा से साड़ी और आभूषणों को हटाकर फेंके जाने की घटना ने पूरे क्षेत्र में आक्रोश की लहर दौड़ा दी है। शनिवार रात हुई इस घटना के खिलाफ रविवार को गुवा बाजार पूरी तरह बंद रहा। धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले इस कृत्य को लेकर स्थानीय नागरिकों और हिंदू संगठनों ने एकजुट होकर शांतिपूर्ण लेकिन सशक्त विरोध दर्ज कराया।
सुबह से ही संगठन के कार्यकर्ता सड़क पर उतरे और दुकानदारों से बाजार बंद रखने की अपील की, जिसे व्यापक समर्थन मिला। गुवा की हर दुकान, प्रतिष्ठान और व्यापारिक गतिविधि बंद रही। विरोध में शामिल लोगों का कहना था कि यह केवल एक मूर्ति से जुड़े सामानों को नुकसान पहुंचाने की घटना नहीं है, बल्कि सीधे आस्था पर हमला है।
विरोध प्रदर्शन में जिला परिषद सदस्य देवकी कुमारी समेत कई सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय नेता शामिल हुए। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक दोषियों की गिरफ्तारी नहीं होती, आंदोलन तेज होगा। उनका कहना था कि लोगों की सहनशीलता की परीक्षा न ली जाए।
इस बीच झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा खुद रविवार को गुवा पहुंचे। उन्होंने थाना प्रभारी नीतीश कुमार से मुलाकात कर सख्त कार्रवाई की मांग की। कोड़ा ने इसे सामाजिक सौहार्द्र को बिगाड़ने की सोची-समझी कोशिश बताया और कहा कि प्रशासन को जल्द से जल्द कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि जनता का भरोसा बना रहे।
गुवा थाना में घटना को लेकर लिखित शिकायत दर्ज कर ली गई है और जांच शुरू हो चुकी है। हालांकि अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, जिससे लोगों में निराशा और नाराजगी गहराती जा रही है।
यह भी उल्लेखनीय है कि करीब दो साल पहले भी इसी मंदिर में एक अपमानजनक घटना घटी थी, लेकिन तब प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई थी। इस बार जनता और संगठनों ने स्पष्ट किया है कि वे चुप नहीं बैठेंगे।
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