
सरायकेला: चांडिल के नीमडीह थाना क्षेत्र में एक इंटरमीडिएट छात्रा के धर्म परिवर्तन और शादी का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. छात्रा ने तस्लीम नामक व्यक्ति से विवाह किया है, जो पहले से ही तीन बच्चों का पिता है. इस विवाह को लेकर कई गंभीर सवाल उठ रहे हैं, विशेषकर छात्रा की उम्र को लेकर, जो मात्र 19 वर्ष बताई जा रही है.
भाजपा ने जताई गहरी चिंता
भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता राफिया नाज ने इस मामले को गंभीर बताते हुए चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि नाबालिग लड़की का जबरन धर्म परिवर्तन कर शादी कराना न केवल गैरकानूनी है, बल्कि सामाजिक ताने-बाने के लिए भी खतरा है. राफिया नाज ने सवाल उठाया कि क्या लड़की ने स्वेच्छा से धर्म बदला या उस पर किसी प्रकार का दबाव डाला गया.
इसे भी पढ़ें : Saraikela : 19 वर्षीय युवती के धर्म परिवर्तन और निकाह से जुड़ा लव जिहाद का आरोप, इलाके में तनाव
उठ रहे अहम सवाल
इस मामले ने कई संवेदनशील प्रश्न खड़े कर दिए हैं.
क्या धर्म परिवर्तन लड़की की स्वेच्छा से हुआ या उस पर दबाव बनाया गया?
क्या लड़की की उम्र सही बताई गई है या दस्तावेजों में हेरफेर हुआ है?
राज्य सरकार इस प्रकरण में क्या ठोस कदम उठा रही है?
क्या झारखंड सरकार धर्मांतरण रोकने के लिए पर्याप्त उपाय कर रही है?
भाजपा का आरोप: धर्मांतरण बना उद्योग
भाजपा ने आरोप लगाया है कि झारखंड में धर्मांतरण एक संगठित ‘उद्योग’ का रूप ले चुका है. पार्टी प्रवक्ताओं ने कहा कि हेमंत सरकार आंखों पर पट्टी बांधकर बैठी है और धर्म परिवर्तन के मामलों पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं कर रही है. पार्टी ने मांग की है कि दोषियों के खिलाफ त्वरित और कठोर कार्रवाई की जाए.
फिलहाल इस मामले की जांच जारी है. यह देखना शेष है कि छात्रा के अधिकारों और भविष्य की रक्षा के लिए कौन-से कदम उठाए जाएंगे और न्यायिक प्रक्रिया किस दिशा में आगे बढ़ेगी.
इसे भी पढ़ें :