
पटना (बिहार ): आदर्श केन्द्रीय कारा बेउर में जिला प्रशासन की ओर से शनिवार को की गई औचक छापेमारी में प्रतिबंधित सामग्री मिलने के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है. छापेमारी के बाद तीन कक्षपालों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है जबकि तीन अन्य अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है. इसकी पुष्टि आदर्श केंद्रीय कारा बेऊर जेल के अधीक्षक नीरज कुमार झा ने की है. पटना प्रमंडल के आयुक्त और पटना प्रक्षेत्र के महानिरीक्षक के नेतृत्व में 5 जुलाई को दोपहर 3:05 से 4:45 बजे तक यह छापेमारी की गई. इस दौरान जेल के अंदर से तीन मोबाइल फोन समेत अन्य प्रतिबंधित सामग्री बरामद की गई. प्राप्त जानकारी के अनुसार, कर्तव्य में लापरवाही बरतने के आरोप में कक्षपाल अंतोष कुमार सिंह, आशीष कुमार और ओम कुमार गुप्ता को निलंबित कर दिया गया है.
इसे भी पढ़ें : Jamshedpur: बिरसानगर में बढ़ते अपराधों पर खामोश पुलिस से नाराज़ JDU
खेमका हत्याकांड के बाद हरकत में आयी पुलिस
वहीं, ड्यूटी में मौजूद दफा प्रभारी कक्षपाल गिरीज यादव, बंदी खंड के वरीय प्रभारी सहायक अधीक्षक नीरज कुमार रजक और जेल उपाधीक्षक अजय कुमार से स्पष्टीकरण मांगा गया है. अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यदि आगे की जांच में किसी अन्य कारा कर्मी की संलिप्तता पाई जाती है तो उसके खिलाफ भी कठोर अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी.गौरतलब है कि यह छापेमारी चर्चित व्यवसायी गोपाल खेमका हत्याकांड के संदर्भ में भी बेहद अहम मानी जा रही है. इसी सिलसिले में प्रशासन ने जेल में बंद करीब 100 कैदियों से पूछताछ भी की है. जेल में लगातार बढ़ती अनुशासनहीनता और मोबाइल बरामदगी की घटनाओं ने जेल प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
इसे भी पढ़ें : West Singhbhum: अस्पताल में पूर्व सेलकर्मी की मौत के बाद मचा हंगामा, परिजन बोले- लापरवाही बनी काल