
जमशेदपुर : विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) का परिणाम सोमवार को घोषित हुआ. जमशेदपुर के योगाचार्य सूरज ओझा ने इसमें उत्कृष्ट अंक हासिल कर सफलता प्राप्त की. सूरज ओझा ने बताया कि इस परीक्षा को पास करने का उद्देश्य सिर्फ अकादमिक नहीं था, बल्कि उनका इरादा उन लोगों को जवाब देना भी था, जिन्होंने उनकी योग्यता पर जातिगत और राजनीतिक चश्मे से सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा, “पहले मेरी योग्यता पर शक किया गया था, अब मेरा उत्तर मेरी उपलब्धि है.”
सूरज ओझा ने देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार (उत्तराखंड) से परास्नातक और योग में डिप्लोमा की डिग्रियां प्राप्त की हैं. उनका लंबा समय हरिद्वार में विद्वानों के सान्निध्य में बीता. पूर्व में वे जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज के एक मेधावी छात्र रहे हैं.
कॉलेज जीवन से ही सूरज सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहे हैं. विद्यार्थी परिषद के छात्र नेता के रूप में वे कोल्हान विश्वविद्यालय में निरंतर छात्र हितों की आवाज़ बने रहे. युवाओं के बीच भारतीय संस्कृति और हिंदू जीवनशैली के प्रचार-प्रसार के लिए वे सदैव प्रयासरत रहे हैं.
सूरज ओझा अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, गुरुजनों और सहयोगियों के आशीर्वाद को देते हैं. फिलहाल वे योग के क्षेत्र में स्वतंत्र शोध कार्य कर रहे हैं. जल्द ही किसी विश्वविद्यालय से पीएचडी के लिए पंजीकृत होकर वे शोधपूर्ण योगदान देना चाहते हैं. उनका कहना है, “स्वस्थ समाज और सशक्त राष्ट्र निर्माण के लिए योग और अध्यात्म को नई वैज्ञानिक दृष्टि से जोड़ना ही मेरा लक्ष्य है.”
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