
पोटका: प्यास की तकलीफ और पानी की किल्लत से जूझ रही महिलाओं ने अब आवाज उठाई है. जुड़ी पंचायत के गिरि गोवर्धन टोला में स्थित चापाकल और जलमीनार पिछले 10 महीनों से खराब पड़े हुए हैं. इसके कारण गांव के 70 परिवारों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है. इस समस्या के समाधान के लिए महिलाएं बीडीओ कार्यालय, पीएचडी विभाग और अन्य जनप्रतिनिधियों के पास शिकायतें लेकर पहुंच चुकी हैं, लेकिन जब कोई हल नहीं निकला, तो अंततः उन्हें बर्तन लेकर प्रदर्शन करना पड़ा.
पानी की किल्लत और परेशान महिलाएं
गांव की कनिका गोप, अंबिका गोप, रेखा गोप, काजल गोप और सोरभ चटर्जी ने बताया कि पीएचडी कार्यालय से लेकर हर जगह शिकायत की गई, लेकिन कोई समाधान नहीं मिला. गर्मी के मौसम के साथ तालाब भी सूख चुका है, और नहाने-धोने के लिए पानी की भारी कमी हो रही है. अब केवल पास के एक निजी चापाकल से थोड़ा-बहुत पानी मिल पाता है, लेकिन यह भी पर्याप्त नहीं है. महिलाएं अब चुप नहीं बैठी हैं, उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही चापाकल और जलमीनार की मरम्मत नहीं होती, तो वे बर्तन लेकर प्रखंड कार्यालय में धरना देंगी.
प्रदर्शन में शामिल महिलाएं
जलमीनार के पास प्रदर्शन करने वाली महिलाओं में कल्याणी गोप, शिवानी गोप, हेमा गोप, अंबिका गोप, बबीता गोप, चंपा गोप, रीता गोप, रानी गोप, सुषमा गोप, कंचन गोप, पायल गोप, शांति गोप, प्रतिभा गोप, सुभद्रा गोप, पुतुल गोप, नियति गोप, गीता गोप, सीमा गोप, कलावती गोप, पद्मावती गोप, रेणुका गोप, बालिका गोप, प्रीति गोप, राधिका गोप, शेफाली गोप, पूजा गोप और जयंती गोप प्रमुख रूप से उपस्थित थीं.
जल संकट पर उठाई आवाज
महिलाओं ने यह भी कहा कि उन्होंने कई बार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से अपील की, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हुआ. अगर उनकी समस्याओं का शीघ्र समाधान नहीं हुआ, तो वे जलमीनार और चापाकल के मरम्मत की मांग को लेकर प्रखंड कार्यालय में बर्तन लेकर प्रदर्शन करेंगी.
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