
देवघर: बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर के गर्भगृह में वीडियो बनाने, सेल्फी लेने और रील शूट करने की प्रवृत्ति पर पंडा धर्मरक्षिणी सभा ने नाराज़गी जताई है. सभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष चंद्रशेखर खवाड़े ने प्रेस वक्तव्य जारी कर कहा कि यह कृत्य धार्मिक वातावरण को बिगाड़ रहा है और तीर्थयात्रियों व पंडा-पुरोहितों की श्रद्धा व एकाग्रता में बाधा उत्पन्न कर रहा है.
श्राइन बोर्ड के आदेश की हो रही अवहेलना?
चंद्रशेखर खवाड़े ने बताया कि झारखंड के मुख्यमंत्री और श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष के निर्देश के बाद, जिला प्रशासन ने पहले ही गर्भगृह सहित मंदिर के किसी भी हिस्से में वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी पर रोक लगाने का आदेश जारी किया है. इसके बावजूद, कुछ लोग लगातार नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं.वे गर्भगृह में मोबाइल से वीडियो शूट कर सोशल मीडिया पर लाइव कर रहे हैं, रील बना रहे हैं और कभी-कभी मंदिर के हर कोने की तस्वीरें सार्वजनिक कर रहे हैं.
सुरक्षा और पौराणिकता के लिए खतरा
सभा ने चेताया कि इस तरह की गतिविधियां न केवल मंदिर की गरिमा को ठेस पहुंचाती हैं, बल्कि यह किसी भविष्य की बड़ी दुर्घटना या अव्यवस्था को भी न्योता दे सकती हैं. बाबा बैद्यनाथ मंदिर की पौराणिक महत्ता और सांस्कृतिक गरिमा की रक्षा का दायित्व जिला प्रशासन और मंदिर प्रशासन दोनों पर है.
प्रशासन से की गई कड़ी कार्रवाई की मांग
चंद्रशेखर खवाड़े ने देवघर उपायुक्त (डीसी) से मांग की है कि गर्भगृह या मंदिर परिसर में वीडियो, फोटो और रील बनाने वालों पर कड़ा अंकुश लगाया जाए. उन्होंने कहा कि कुछ लोग इन वीडियो और तस्वीरों को सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित कर आर्थिक लाभ भी कमा रहे हैं, जो अनुचित है और नियमों का सीधा उल्लंघन है.
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