
रांची: देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 10 जून को दो दिवसीय प्रवास पर देवघर पहुंचने वाली हैं. वे बाबा बैद्यनाथधाम मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगी और इसके साथ ही अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), देवघर के पहले दीक्षांत समारोह में भी सम्मिलित होंगी.
मुख्य सचिव अलका तिवारी की अध्यक्षता में राष्ट्रपति के आगमन को लेकर गुरुवार को एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यह अवसर सिर्फ एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि देवघर के गौरव का प्रतीक बने.
उन्होंने समस्त विभागों को स्पष्ट निर्देश दिया कि राष्ट्रपति के आगमन से लेकर विदाई तक की हर व्यवस्था समय से पहले सुनिश्चित की जाए और इसमें कोई कमी न रह जाए.
मुख्य सचिव ने विशेष रूप से निम्न बातों पर बल दिया:
अबाधित विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए.
राष्ट्रपति मार्ग की स्वच्छता, सड़क किनारे के लैम्प पोस्ट, और गैबियन निर्माण पूर्ण हों.
प्रत्येक कार्यक्रम स्थल पर उत्तरदायित्व स्पष्ट हो.
रेड कार्पेट, राष्ट्रीय गान, फोटोग्राफरों के लिए ओपन जीप, बुके, बैगेज वैन, छाते, और आतिथ्य सत्कार की समुचित व्यवस्था की जाए.
बैठक में राज्य के पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता ने बताया कि राष्ट्रपति की सुरक्षा चार वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों के नेतृत्व में की जाएगी. इसमें इंटेलिजेंस ब्यूरो और स्पेशल ब्रांच के अधिकारी भी शामिल होंगे.
अन्य व्यवस्थाओं की निगरानी के लिए वाणिज्य कर विभाग के सचिव अमिताभ कौशल को नोडल पदाधिकारी नामित किया गया है. वहीं, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को पब्लिक एड्रेस सिस्टम की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
बैठक में हर विभाग को उनकी भूमिका के अनुसार जिम्मेदारी दी गई. राष्ट्रपति के साथ आने वाले गणमान्य व्यक्तियों के आवास एवं भोजन, कारकेड और आउट राइडर्स, तथा बैगेज कर्मियों की व्यवस्था को भी अंतिम रूप दिया गया.
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