
प्रयागराज: प्रयागराज के महाकुंभ मेले में वसंत पंचमी का उल्लास देखने लायक रहा. माँ सरस्वती को समर्पित इस दिन श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम पर बड़ी संख्या में स्नान किया. दूर-दराज के इलाकों से आए श्रद्धालुओं को महाकुंभ में स्नान करने का सौभाग्य मिला. अदाणी समूह और इस्कॉन द्वारा नारायण सेवा ने इस अवसर पर विशेष आकर्षण प्रस्तुत किया, जिसमें प्रतिदिन 1 लाख श्रद्धालुओं को नि:शुल्क स्वादिष्ट और सात्विक महाप्रसाद वितरित किया गया. वसंत पंचमी के कारण भोजन प्रसादी की मात्रा भी बढ़ाई गई.
महाप्रसाद का वितरण
महाप्रसाद के वितरण के दौरान श्रद्धालुओं को चंदन तिलक लगाकर स्वागत किया गया. पंडाल में दिनभर श्रद्धालुओं की आवा-जाही लगी रही, और कोई भी भूखा नहीं लौटा. अदाणी और इस्कॉन के स्वयंसेवक पीले वस्त्र पहने रहे, जिससे पंडाल में पीताम्बर का दृश्य प्रस्तुत हुआ. बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी पीले वस्त्रों में प्रसादी लेने पहुंचे.
अदाणी का योगदान
महाकुंभ में अदाणी का यह योगदान पहले दिन से जारी है. अब तक 25 लाख श्रद्धालु महाप्रसाद का लाभ ले चुके हैं. यह महाप्रसाद केवल पंडाल में ही नहीं, बल्कि रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड जैसे भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर भी वितरित किया जा रहा है. इसका उद्देश्य श्रद्धालुओं को भोजन के लिए भटकने से बचाना है.
सभी का समान सम्मान
महाकुंभ में आम जनता, वीआईपी, वीवीआईपी, सितारे और जानी-मानी हस्तियों का एकत्रित होना विशेषता है. यहाँ कोई बड़ा या छोटा नहीं है, सभी श्रद्धालु एक साथ बैठकर समान रूप से भोजन प्रसादी का आनंद लेते हैं. महाप्रसाद के क्षेत्र में किसी भी प्रकार का वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं दिया जा रहा है.
सेवा की भावना
महाकुंभ में प्रतिदिन 500 क्विंटल सब्जी बनाई जा रही है, जिसमें स्थानीय महिला विक्रेताओं को प्राथमिकता दी जा रही है. खाना बनाने में गाय के उपलों का उपयोग भी किया जा रहा है, और पत्तलों में भोजन परोसा जा रहा है. यह सेवा का वास्तविक सार है, जिसमें भूख मिटाना, आत्मा को तृप्त करना और इंसानियत को जिंदा रखना शामिल है.