
जयपुर: जयपुर के मिठाई दुकानदारों ने एक अनोखी पहल करते हुए अपनी पारंपरिक मिठाइयों के नामों में बदलाव किया है. अब ‘मोती पाक’, ‘आम पाक’, ‘गोंद पाक’ और ‘मैसूर पाक’ जैसे नाम इतिहास बनते जा रहे हैं. इनकी जगह अब ‘मोती श्री’, ‘आम श्री’, ‘गोंद श्री’ और ‘मैसूर श्री’ ने ले ली है.
दुकानदारों का कहना है कि यह बदलाव हाल ही में पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर भारत द्वारा की गई सैन्य कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर के प्रति समर्थन और देशभक्ति के प्रतीक के रूप में किया गया है.
‘पाक’ शब्द पर भावनात्मक असहमति
मिठाई विक्रेताओं का मानना है कि हालांकि ‘पाक’ शब्द संस्कृत के पक्व से आया है, जिसका अर्थ है “पका हुआ” या “तैयार”, लेकिन वर्तमान समय में यह शब्द पाकिस्तान से जोड़कर देखा जाने लगा है.
इस भावनात्मक संदर्भ को ध्यान में रखते हुए दुकानदारों ने यह परिवर्तन किया है, ताकि मिठाइयों से जुड़ी सकारात्मकता बनी रहे और देशप्रेम की भावना को ठेस न पहुंचे.
परंपरा का सम्मान, लेकिन नाम में बदलाव
‘मैसूर पाक’ जैसी मिठाइयों का इतिहास शताब्दियों पुराना है. यह विशेष रूप से दक्षिण भारत की प्रसिद्ध मिठाई रही है, जिसका आरंभ मैसूर के राजपरिवार से जुड़ा है.
फिर भी, दुकानदारों ने स्पष्ट किया कि यह बदलाव केवल नाम तक सीमित है. मिठाई की रेसिपी, स्वाद और गुणवत्ता में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है.
देशभर में मिल रहा समर्थन
यह पहल अब केवल जयपुर तक सीमित नहीं रही. देश के कई हिस्सों में मिठाई विक्रेताओं ने इसी भावना के तहत अपने उत्पादों के नामों में बदलाव किया है.
ग्राहकों की प्रतिक्रिया भी सकारात्मक रही है. सोशल मीडिया पर लोगों ने इस निर्णय को एक राष्ट्रप्रेम से प्रेरित छोटा लेकिन सशक्त संदेश बताया है.
सांस्कृतिक जुड़ाव बना रहेगा
दुकानदारों ने स्पष्ट किया है कि उनका उद्देश्य किसी भी देश या समुदाय के विरुद्ध भावनाएं प्रकट करना नहीं है. यह कदम केवल देशभक्ति, सांस्कृतिक आत्म-सम्मान और राष्ट्रीय एकता के प्रतीक के रूप में उठाया गया है.
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