
गम्हरिया: गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत साहेबगंज स्थित वनरक्षी आवास परिसर से वन विभाग द्वारा जब्त किया गया एक बोरिंग वाहन चोरी हो गया. यह वाहन अवैध बोरिंग के आरोप में 14 जून को धुरीपदा आरक्षित वन क्षेत्र से जब्त कर वन परिसर में रखा गया था.
चोरी की यह घटना वन विभाग की सुरक्षा व्यवस्था और जब्त संपत्ति के संरक्षण पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है.
राजनगर प्रखंड के प्रभारी वनपाल सुभम पंडा द्वारा दर्ज प्राथमिकी के अनुसार जब्त वाहन को जब धुरीपदा से लाया जा रहा था, तब वाहन मालिक, एजेंट और अज्ञात लोगों ने उसे बीच रास्ते में रोकने की कोशिश की थी.
राजनगर थाना प्रभारी के सहयोग से किसी तरह वाहन को साहेबगंज स्थित वनरक्षी आवास लाया गया. लेकिन चोरों ने वन विभाग की आंखों में धूल झोंकते हुए उसी परिसर से वाहन उड़ा लिया.
इस चोरी को लेकर सरायकेला थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. उधर, विभागीय अधिकारियों की भी जवाबदेही पर सवाल उठने लगे हैं कि आखिर संरक्षित परिसर से वाहन कैसे गायब हो गया.
वन विभाग द्वारा जब्त की गई संपत्ति की सुरक्षा व्यवस्था इस मामले से कटघरे में आ गई है. यह केवल चोरी नहीं, बल्कि विभागीय प्रक्रियाओं और निगरानी व्यवस्था की विफलता को दर्शाता है.
वन भूमि में अवैध बोरिंग करना गंभीर अपराध माना जाता है. वन विभाग द्वारा जब्त की गई संपत्ति को न्यायिक प्रक्रिया पूरी होने तक सुरक्षित रखना अनिवार्य है. ऐसे में जब्त वाहन की चोरी न केवल आपराधिक मामला है बल्कि प्रशासनिक चूक भी दर्शाता है.
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