
देवघर: विश्वप्रसिद्ध श्रावणी मेले को लेकर इस वर्ष राज्य सरकार ने एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है. अब मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के इलाज, दवा और जांच की पूरी व्यवस्था निःशुल्क होगी. यह जानकारी राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने दी.
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर यह पहली बार संभव हो रहा है कि राज्य सरकार स्वयं मेले में श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी निभाएगी.
इलाज से लेकर जांच तक सब कुछ मुफ्त
डॉ. अंसारी ने कहा कि श्रावणी मेले में किसी भी श्रद्धालु को स्वास्थ्य सेवा के लिए एक भी पैसा खर्च नहीं करना होगा. यदि किसी श्रद्धालु की स्थिति गंभीर होती है या कैजुअल्टी होती है, तो उसका संपूर्ण इलाज सरकार वहन करेगी. इससे फर्क नहीं पड़ेगा कि श्रद्धालु किस राज्य या देश से आए हैं.
देश-विदेश से आते हैं लाखों श्रद्धालु
श्रावणी मेले के दौरान सुल्तानगंज से जल भरकर लाखों कांवरिए देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम पहुंचते हैं. अनुमान है कि इस एक माह के दौरान 40 लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा की नगरी आते हैं. इनमें नेपाल, भूटान समेत विभिन्न देशों के भक्त भी शामिल होते हैं.
दुम्मा से बासुकीनाथ तक अस्थाई स्वास्थ्य केंद्र
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए दुम्मा (बिहार-झारखंड सीमा) से लेकर देवघर और बासुकीनाथ तक कांवर पथ पर जगह-जगह अस्थाई स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं. इन केंद्रों में डॉक्टरों की टीम, पारा मेडिकल स्टाफ, प्राथमिक उपचार की दवाएं, जरूरी उपकरण और एंबुलेंस की व्यवस्था रहेगी.
देवघर सदर अस्पताल में बनेगा विशेष वार्ड
देवघर सदर अस्पताल (नया व पुराना) में अतिरिक्त वार्ड तैयार किए जा रहे हैं. बाबा बैद्यनाथ मंदिर परिसर स्थित स्वास्थ्य केंद्र में भी चिकित्सा सुविधाओं को और बेहतर किया जा रहा है. कांवरिया पथ के रूट लाइनिंग क्षेत्र में डॉक्टरों की टीम एंबुलेंस सहित तैनात रहेगी, जिससे श्रद्धालुओं को तत्काल उपचार मिल सके.
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