
जादूगोड़ा: यूसिल की सात यूरेनियम परियोजनाओं से प्रभावित विस्थापित कमिटियों के प्रतिनिधि बुधवार को नरवा पहाड़ स्थित हाड़तोपा पंचायत भवन में एकजुट हुए. वर्षों बाद हुई इस बैठक में तय किया गया कि कंपनी की वादाखिलाफी के विरोध में जल्द आंदोलन शुरू किया जाएगा.
नरवा पहाड़ विस्थापित कमिटी के अध्यक्ष बुधराय किस्कू ने कहा कि यूसिल प्रबंधन ने समझौते के बाद भी विस्थापितों की मांगों की अनदेखी की है. उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि अब और चुप नहीं बैठा जाएगा. सबको एकजुट होकर संघर्ष करना होगा. उन्होंने दो सप्ताह बाद फिर से बैठक बुलाने की घोषणा की, जिसमें आगामी रणनीति तय होगी.
बुधराय किस्कू ने स्पष्ट कहा कि जब तक यूसिल हमारी जमीन पर कब्जा रखेगी, तब तक उसे पीढ़ी दर पीढ़ी नौकरी देनी होगी. यह विस्थापितों का अधिकार है और इसके लिए हमें संगठित होकर दबाव बनाना होगा.
बैठक को संबोधित करते हुए राजदोहा के माझी बाबा, माझी युवराज टुडू ने कहा कि अपने बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए विस्थापितों को एक मंच पर आना होगा. उन्होंने आरोप लगाया कि यूसिल बार-बार वादे तोड़ती है और दलालों के ज़रिए लोगों को गुमराह करती है. उन्होंने कहा, “अब इस बीमारी का इलाज ज़रूरी हो गया है.”
विस्थापित नेता गाजिया हांसदा ने कहा कि कंपनी बार-बार समझौता करने के बाद भी मांगों को अधर में लटका देती है. पत्राचार के बावजूद कोई हल नहीं निकलता. उन्होंने मांग की कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों के परिजनों को नौकरी और डेट केस को प्राथमिकता मिलनी चाहिए. कमिटी इस मुद्दे पर जल्द ही जोरदार आंदोलन शुरू करेगी.
इस बैठक में बागजाता, नरवा।पहाड़, चाटीकोचा, तूरामडीह, पुड़िहासा के विस्थापित व प्रभावित कमिटी की ओर से माझी बाबा माझी युवराज टुडू, मोची राम सोरेन( नरवापहाड़ विस्थापित कमिटी अध्यक्ष) बुढ़ान मुर्मू( नारवा पहाड़) पर्वत किस्कू) बुधराय किस्कू,भोक्ता हासदा( पूड़ी हासा) झांनो दिग्गी, शकुन पाड़िया
नूना राम सोरेन ( चाटी कोचा) मोची राम सोरेन( चाटीकोचा ) गुमदा सोरेन , ग्राम प्रधान मेघराय हांसदा , मोची राम हांसदा,भोगला मार्डी,गांजिया हांसदा
दसमत मुर्मू, भोगता हांसदा, चैतन्य मार्डी, गाजिया हांसदा समेत काफी संख्या में विस्थापितों ने हिस्सा लिया।
इसे भी पढ़ें : Jamshedpur: साकची के श्रीगणेश ज्वेलर्स ने ग्राहक को बेचा नकली ब्रेसलेट, बिल मांगने पर दी धमकी