
जमशेदपुर: जमशेदपुर की कालिंदी बस्ती में रविवार को एक प्रार्थना सभा को लेकर तनाव फैल गया. भाजपा नेताओं और स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि इस सभा की आड़ में धर्मांतरण कराया जा रहा था.
सूचना मिलते ही सीतारामडेरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची. उनके साथ क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT) भी थी. पुलिस ने 11 लोगों को हिरासत में लिया और वहां से धार्मिक पुस्तिकाएं, प्रचार सामग्री और अन्य दस्तावेज बरामद किए.
यह प्रार्थना सभा कालिंदी समिति के पीछे स्थित एक मकान में हो रही थी, जो आयुष सिंह नामक व्यक्ति का है. बताया गया कि इस मकान को ईसाई समुदाय के एक व्यक्ति ने एक साल से किराये पर लिया हुआ है.
भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष गुंजन यादव के नेतृत्व में कई कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे. उन्होंने आरोप लगाया कि रोड नंबर 5 के मकान संख्या 231 में महिलाओं, पुरुषों और युवतियों की मौजूदगी में धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था. उनके साथ अमित अग्रवाल, अभिमन्यु सिंह, उमेश साव, दिलीप पासवान, शिशिर कालिंदी और विकास बाउरी समेत कई अन्य लोग भी थे.
पुलिस ने एहतियातन दोनों पक्षों की शिकायतें दर्ज कीं. सभी को थाने लाया गया. पूछताछ के बाद दोनों पक्षों को छोड़ दिया गया.
उधर, झारखंड स्टेट नेशनल क्रिश्चियन काउंसिल के एनएस राजू ने धर्मांतरण के आरोपों को सिरे से खारिज किया. उनका कहना है कि वह स्थान पिछले एक साल से हर रविवार को प्रार्थना के लिए उपयोग हो रहा है और इसमें किसी भी समुदाय के लोग शामिल हो सकते हैं. उन्होंने इसे भाजपा द्वारा सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश बताया. पुलिस मामले की जांच कर रही है. इलाके में अब स्थिति शांत है, लेकिन प्रशासन इस मामले को लेकर सतर्क है.
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