Jamshedpur: भारतीय धातु संस्थान ने अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का किया आयोजन, इस विषय पर हुई चर्चा

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जमशेदपुर: भारतीय धातु संस्थान, जमशेदपुर चैप्टर ने टाटा स्टील, CSIR-NML और NIT जमशेदपुर के सहयोग से “खनिज प्रसंस्करण में दक्षता बढ़ाने और हरित भविष्य के लिए स्क्रीनिंग और साइजिंग के नए आयाम” पर एक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया है.

संगोष्ठी का शुभारंभ
दो दिवसीय संगोष्ठी की शुरुआत आज होटल अल्कोर में हुई. उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता डॉ. सिद्धार्थ मिश्रा, चेयरमैन i3S और चीफ प्रोसेस रिसर्च, आरएंडडी, टाटा स्टील ने की. उन्होंने सभी प्रतिनिधियों, प्रायोजकों, गणमान्य व्यक्तियों और छात्रों का स्वागत किया. प्रोफेसर अशोक कुमार, फैकल्टी, एनआईटी जमशेदपुर और आईआईएम जमशेदपुर चैप्टर के चेयरमैन ने चैप्टर की गतिविधियों की जानकारी दी.

गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
इस सेमिनार ने कई प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों और विशिष्ट अतिथियों को एक मंच पर लाने का कार्य किया. इनमें सुबोध पांडे, वाइस प्रेसिडेंट – टेक्नोलॉजी, आरएंडडी, एनएमबी और ग्रेफीन, टाटा स्टील; प्रोफेसर बी. के. मिश्रा, प्रसिद्ध विजिटिंग प्रोफेसर, आईआईटी भुवनेश्वर; और डी. बी. सुंदरा रामम, वाइस प्रेसिडेंट – रॉ मैटेरियल्स, टाटा स्टील शामिल थे.

स्क्रीनिंग और साइजिंग की महत्त्वता
इन विशेषज्ञों ने प्रोसेसिंग प्लांट में स्क्रीनिंग और साइजिंग की महत्त्वपूर्ण भूमिका पर विचार साझा किए. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आज के समय में इनकी अहमियत कितनी बढ़ गई है. सेमिनार ने यह स्पष्ट किया कि स्क्रीनिंग न केवल स्टील उत्पादन में वृद्धि के लिए आवश्यक है, बल्कि यह निम्न ग्रेड अयस्कों का प्रभावी उपयोग कर और कचरे को परिसंपत्ति में बदलकर एक हरित और सतत भविष्य की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देती है.

खनिज इंजीनियरिंग समुदाय के लिए मील का पत्थर
यह संगोष्ठी खनिज इंजीनियरिंग समुदाय के लिए एक मील का पत्थर साबित हुई है. इसमें दुनिया भर से विशेषज्ञों और उत्साही व्यक्तियों को एक साझा मंच पर लाया गया है, जिनमें यूरोप, चीन, ब्राजील, ऑस्ट्रेलिया और भारत के प्रतिनिधि शामिल हैं. संगोष्ठी ज्ञान और नवाचार की सीमाओं को परे ले जाने के लिए सभी को एक साथ काम करने और नई दिशा में सोचने के लिए प्रेरित करती है.

प्रमुख संस्थानों के विशेषज्ञ
इस संगोष्ठी में विदेशी प्रमुख संस्थानों जैसे चाल्मर्स यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, सीएसआईआरओ ऑस्ट्रेलिया और भारतीय संस्थानों जैसे भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर, भुवनेश्वर, हैदराबाद, आईएसएम धनबाद और काजी नजरूल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर भी शामिल हैं. इसके साथ ही ओईएम (सैंडविक, इंटरनल कंबशन, वीयर मिनरल्स, एफएल स्मिथ, हैवेर एंड बोएकर, मेटसो, डेरेक कॉर्पोरेशन और टाटा स्टील) के विशेषज्ञ भी उपस्थित हैं.

प्रायोगिक प्रदर्शन और प्रस्तुतियाँ
इसके अतिरिक्त, ओईएम द्वारा आठ स्टॉल्स स्थापित किए गए हैं, जहां सहभागियों को प्रायोगिक प्रदर्शन, विशेषज्ञ पैनल और नेटवर्किंग के अवसर मिलेंगे. प्रमुख संस्थानों के छात्रों द्वारा ग्यारह पोस्टर प्रस्तुतियाँ की जा रही हैं, जो स्क्रीनिंग के क्षेत्र में नवीनतम प्रगति और रुझानों को प्रभावशाली तरीके से प्रदर्शित करती हैं.

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