
जमशेदपुर : कौमी सिख मोर्चा के अध्यक्ष अधिवक्ता कुलविंदर सिंह ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर केंद्र सरकार से आग्रह किया है । कुलविंदर सिंह ने शहीद नौसेना अधिकारी विनय नरवाल की नव विवाहिता पत्नी हिमांशी को यूपीएससी में लैटरल एंट्री दिये जाने की मांग की है । जिससे हिमांशी को राष्ट्र एवं समाज सेवा का बेहतर अवसर प्राप्त हो सके। आतंकवादियों ने उसकी दुनिया उजाड़ी है, पूरा देश हिमांशी के साथ है और ऐसे में यूपीएससी की इंट्री दुख को सांझा करेगी और इससे सैन्य पदाधिकारी शहीद विनय नरवाल की आत्मा को शांति मिलेगी।
आश्रित के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग
अधिवक्ता कुलविंदर सिंह के अनुसार मारे गए परिवारो के आश्रित के एक सदस्य को गजटेड अधिकारी के रूप में सरकारी नौकरी दी जाए। कुलविंदर सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार का पाकिस्तान को लेकर किए गए फैसले का प्रत्येक भारतीय स्वागत कर रहा है।
अधिवक्ता के अनुसार पहलगाम के बैसरन घाटी में सभी 26 शहीदों को समर्पित मेमोरियल बनाया जाना चाहिए, जिससे आने वाले चिरकाल तक आतंकवादियों को सबक मिले।
सार्वजनिक रूप से फांसी पर लटकाने की मांग
इसके साथ प्रधानमंत्री घटनास्थल में सर्वदलीय बैठक कर वहीं से आतंकवादी देश पाकिस्तान को सबक सिखाने का संदेश दुनिया को दें।
कुलविंदर सिंह के अनुसार धर्म जाति भाषा के पहचान के आधार पर इस तरह के अपराध करने वालों के लिए अलग से कानून बनाया जाना चाहिए और सार्वजनिक रूप से फांसी पर लटकाने का प्रावधान किया जाना चाहिए। इन कठोर कदमों से ही देश के एक अरब 40 करोड़ लोगों के मन मस्तिष्क को सुकून मिलेगा।