
जमशेदपुर: श्री राणी सती सत्संग समिति, जुगसलाई द्वारा श्री राणी सती दादी का सिंधारा-तीज उत्सव मनाया गया. यह समिति का 24वां वार्षिक आयोजन था, जो जुगसलाई गर्ल्स स्कूल रोड स्थित राणी सती मंदिर परिसर में सम्पन्न हुआ. कार्यक्रम का शुभारंभ विधिवत गणेश पूजन एवं राणी सती दादी के श्रृंगार और पूजन से हुआ, जिसे मंदिर के पुजारी बिमल पांडे ने संपन्न कराया. पूजन में समिति के सदस्य दिलीप कुमार अग्रवाल एवं अजय कुमार अग्रवाल अपनी पत्नी के साथ सम्मिलित हुए.
भजन सत्र की शुरुआत प्रसिद्ध गायिका सुनीता भारद्वाज और गोविंद भारद्वाज एंड टीम ने “गजनान आओ पधारो म्हारे आंगन…” से की. इसके बाद जैसे-जैसे भजन आगे बढ़े, मंदिर परिसर में भक्ति की लहर दौड़ गई.
महिलाओं ने राणी सती दादी के भजनों पर नृत्य कर सावन के पारंपरिक उत्सवों — मेहंदी उत्सव, चुनरी उत्सव और झूला उत्सव — का आनंद लिया.
समिति के कलाकारों — पारस भारद्वाज, अदिति भारद्वाज, बैजनाथ शर्मा, सुधीर शर्मा और जगदीश शर्मा — ने भक्ति रस में डूबे एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुति दी. विशेष रूप से “आओ ना आज हमारे घर आओ ना”, “सावन सुरंगो जोर को कोई झूले सती मां झूलो लायो है…” और “थारी खूब कर श्रृंगार थे दादी जी आओ आज…” जैसे भजनों ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया.
समिति अध्यक्ष अनिल अग्रवाल और संयोजक कमल अग्रवाल ने बताया कि यह उत्सव राजस्थान की पारंपरिक तीज-संस्कृति को समर्पित है, जिसमें महिलाएं देवी पार्वती से अपने पति के दीर्घायु जीवन की कामना करती हैं. इस आयोजन में महिला समिति ने भी पूरे उत्साह और भक्ति भाव से सहभागिता की.
पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में श्री राणी सती सत्संग समिति के सदस्यों और महिला टीम ने समर्पित रूप से सहयोग किया. सभी ने मिलकर राणी सती दादी के चरणों में भावनात्मक भक्ति समर्पित की.
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