रांची: राजधानी रांची में 16 अक्टूबर को झारखंड की लोक संस्कृति का प्रतीक पर्व डहरे सोहराय ऐतिहासिक रूप से पहली बार सड़क पर मनाया जाएगा। झारखंड की लोक पहचान को नई ऊंचाई देने के उद्देश्य से यह आयोजन राजधानी के मोराबादी मैदान से शुरू होकर एसएसपी चौक, रेडियम रोड होते हुए जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम तक पदयात्रा के रूप में निकलेगा।
कार्यक्रम का आयोजन वृहद झारखंड कला संस्कृति मंच के बैनर तले किया जा रहा है। मंच के संयोजक देवेन्द्र नाथ महतो ने बताया कि पूरे राज्य से हजारों लोग पारंपरिक वेशभूषा में शामिल होंगे। उन्होंने कहा, “सोहराय केवल पर्व नहीं, हमारी संस्कृति की आत्मा है। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है।”
कार्यक्रम में स्थानीय और प्रामाणिक लोक कलाकार झारखंडी परंपराओं को जीवंत करेंगे। इस दौरान सोहराय गीत, नृत्य, पारंपरिक वाद्य यंत्रों की प्रस्तुति, आदिवासी पेंटिंग, हस्तशिल्प और झारखंडी व्यंजन प्रदर्शित किए जाएंगे।
डहरे सोहराय का यह आयोजन झारखंड की सांस्कृतिक एकता और लोक जीवन की विविधता को एक मंच पर लाने की पहल माना जा रहा है। उम्मीद है कि यह आयोजन आने वाले वर्षों में राजधानी की पहचान बनेगा।