
सरायकेला: सरायकेला जिले के नीमडीह थाना अंतर्गत झिमड़ी गांव में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. तस्लीम अंसारी, पिता शकील अंसारी, द्वारा एक हिंदू लड़की के अपहरण का आरोप लगा है.
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी तस्लीम अंसारी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. वहीं पीड़िता को सकुशल बरामद कर लिया गया है. अब पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है, जिसके बाद विधिसम्मत प्राथमिकी दर्ज की जाएगी.
मोबाइल टैक्स से खुला राज, पुलिस ने धर दबोचा
सूत्रों के अनुसार, तस्लीम और पीड़िता का सुराग एक दुकान पर मोबाइल रिचार्ज के दौरान मिला. टैक्स सिस्टम से लोकेशन पता चलते ही पुलिस ने छापेमारी कर दोनों को पकड़ लिया.
गाड़ी पर ‘भारत संचार’ का बोर्ड और ‘ह्यूमन राइट्स’ का स्टीकर: जांच में उठे सवाल
गिरफ्तारी के बाद जिला प्रशासन द्वारा तस्लीम के परिवार के कुछ सदस्यों को इनोवा गाड़ी से जमशेदपुर भेजा गया. इस गाड़ी पर ‘भारत संचार’ का बोर्ड और ‘ह्यूमन राइट्स’ का स्टीकर लगा हुआ था, जो जांच का विषय बन गया है.
प्रशासन द्वारा वाहन के चालक और यात्रियों से आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस तथा वाहन संबंधी दस्तावेजों की जांच की गई. पुलिस प्रशासन ने इस संदर्भ में स्पष्ट जानकारी देने से परहेज किया.
तालिबानी अंदाज में अपहरण, धमकी से सहमा परिवार
पीड़ित परिवार ने बताया कि तस्लीम अंसारी ने बंदूक की नोक पर उनकी बेटी का अपहरण किया और जान से मारने की धमकी भी दी. परिवार का आरोप है कि तस्लीम पूर्व से ही अपराधी तत्वों से जुड़ा रहा है और पूर्व में भी उन्हें धमकियां दी जाती रही थीं.
छावनी में तब्दील हुआ गांव, बाजारों में पसरा सन्नाटा
घटना के बाद झिमड़ी गांव में भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है. क्षेत्रीय बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा और अधिकांश दुकानें बंद रहीं. केवल एक दुकान खुली थी. हिंदू समुदाय के ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है.
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा उनके साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है. कई ग्रामीणों का आरोप है कि उन्हें साजिशन उठाया जा रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि पुलिस पहले से सतर्क रहती तो यह घटना रोकी जा सकती थी.
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