सरायकेला: राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ (बीएसपीएस), झारखंड पत्रकार कल्याण संघ (जेजेडब्ल्यूए) और झारखंड पत्रकार संघ (जेजेए) के संयुक्त तत्वावधान में सरायकेला के हेसल स्थित सुखचैन रिसॉर्ट में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का विषय था “डिजिटल युग में पत्रकारों के सामने चुनौतियाँ”।
शाहनवाज़ हसन ने पत्रकारों से शपथ लेने की अपील की
बीएसपीएस के संस्थापक शाहनवाज़ हसन ने सभी श्रमजीवी पत्रकारों से अपील की कि वे पत्रकारों के हितों की रक्षा के लिए अपने मतभेदों को सुलझाएँ और हर महीने के पहले रविवार को आयोजित होने वाली कार्यशालाओं में भाग लें। उन्होंने डिजिटल क्रांति से निपटने के लिए बीएसपीएस के प्रयासों पर भी प्रकाश डाला और कहा कि पत्रकारों को तकनीक और एआई सॉफ्टवेयर का सही इस्तेमाल सीखना चाहिए।
वरिष्ठ पत्रकारों ने दिए महत्वपूर्ण सुझाव
वरिष्ठ पत्रकार डॉ. राजेश कुमार लाल दास ने कहा कि आज भ्रामक खबरों से बचना बेहद जरूरी है। उन्होंने हाल ही में देशभर के समाचार चैनलों पर धर्मेंद्र की मौत को लेकर फैली गलत खबर का उदाहरण देते हुए कहा कि बिना पुष्टि के खबरें चलाना मीडिया की विश्वसनीयता को कमजोर करता है।
वरिष्ठ पत्रकार नागेंद्र शर्मा ने तकनीक के साथ तालमेल बनाए रखने और मीडिया जगत में नए क्रांतिकारियों की आवश्यकता पर जोर दिया।
कानूनी सुरक्षा और संगठन का महत्व
कोडरमा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जगदीश सलूजा ने पत्रकारों को निःशुल्क कानूनी सहायता देने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि पत्रकारों के खिलाफ अधिकांश मुकदमे एकतरफा खबरों के प्रकाशन की वजह से होते हैं, जिन्हें सावधानी से टाला जा सकता है।
झारखंड जर्नलिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के निर्विरोध निर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र ज्योतिषी ने कहा कि सारंडा क्षेत्र के पत्रकार सभी मतभेदों को भुलाकर बीएसपीएस के साथ खड़े हैं और राष्ट्रीय स्तर पर पत्रकार हितों की रक्षा में योगदान देंगे।
कार्यशाला में शामिल अन्य पत्रकार और संचालन
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार अभय लाभ, संजीव समीर, जावेद इस्लाम और राकेश मिश्रा ने भी कार्यशाला को संबोधित किया। राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर आयोजित इस कार्यशाला का संचालन प्रो. दानिश हमाद ने किया, जिन्होंने शायराना अंदाज़ में कार्यक्रम को रोचक बनाये रखा।