बहरागोड़ा: भूतिया पंचायत भवन में मानसी परियोजना की ओर से प्रखंड स्तरीय पोषण माह का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में पोषण के महत्व के प्रति जागरूकता फैलाना और कुपोषण को कम करना था।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रखंड विकास पदाधिकारी केशव भारती द्वारा हरी झंडी दिखाकर पोषण अभियान रथ को रवाना करने के साथ हुई। मुख्य और प्रधान अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ देकर किया गया और तत्पश्चात अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम को औपचारिक रूप से आगे बढ़ाया।
मानसी प्लस की प्रखंड समन्वयक संजू कुमारी नंदी ने पोषण माह के महत्व और मानसी प्लस परियोजना के उद्देश्यों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि शिशु के 6 महीने पूरे होने के बाद, कम से कम 2 साल तक पूरक आहार के साथ स्तनपान करना अत्यंत आवश्यक है, ताकि शिशु की पोषण संबंधी जरूरतें पूरी हो सकें।
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प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कहा कि बच्चों के आहार में सभी प्रकार के पोषक तत्वों से भरपूर पर्याप्त भोजन शामिल करना जरूरी है। उन्होंने जोर दिया कि पर्याप्त भोजन से शरीर को ऊर्जा, निर्माण शक्ति और रोग प्रतिरोधक क्षमता मिलती है। उन्होंने “सही पोषण, देश रोशन” के नारे के साथ मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता बरतने के महत्व पर भी प्रकाश डाला।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने नवजात शिशुओं के लिए माँ के पहले दूध (खिरसा) के महत्व को उजागर किया, जिसे शिशु के टीके के बराबर महत्व का बताया। मानसी प्लस के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर ने कहा कि सामूहिक प्रयासों से ही कुपोषण मुक्त समाज का निर्माण और शिशु मृत्यु दर में कमी संभव है। डॉ. श्रद्धा सुमन षाड़गी ने ग्रामीण क्षेत्रों में उपलब्ध स्थानीय सब्जियों के अधिकतम उपयोग पर जोर दिया, क्योंकि इनमें सभी प्रकार के पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
कार्यक्रम के दौरान पोषण अभियान से संबंधित एक वीडियो भी प्रदर्शित किया गया। मानसी प्लस की ओर से मुख्य अतिथि और अतिथियों के हाथों 26 बच्चों का अन्नप्राशन कराया गया। साथ ही गर्भवती महिलाओं की गोद भराई की रस्म अदा की गई। इसके अतिरिक्त, हेल्दी बेबी को प्रोत्साहित किया गया और किशोरी बालिकाओं को सैनिटरी पैड एवं आयरन टैबलेट वितरित किए गए।
इस मौके पर सेविकाएं, सहिया, जलसहिया और पूरा मानसी परिवार सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।