
देवघर: जिले में खरीफ मौसम की कृषि तैयारियों को लेकर शुक्रवार को जिला कृषि कार्यालय, देवघर के सभागार में एक दिवसीय जिला स्तरीय खरीफ कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसका उद्देश्य किसानों को उन्नत कृषि तकनीक, समेकित कृषि प्रणाली और विभागीय योजनाओं से जोड़ते हुए उनकी आय में वृद्धि करना रहा.
कार्यशाला में जिला कृषि पदाधिकारी यश राज, कृषि विज्ञान केंद्र की वरीय वैज्ञानिक सुजानी राजन ओझा, जिला पशुपालन पदाधिकारी, गव्य विकास पदाधिकारी और मत्स्य पदाधिकारी मुख्य रूप से उपस्थित रहे. उन्होंने किसानों को खरीफ मौसम में धान, दलहन और तेलहन फसलों की अधिक उपज हेतु आधुनिक विधियों से अवगत कराया. बताया गया कि इस बार धान के बीज किसानों को ब्लॉक चेन तकनीक के माध्यम से समय पर वितरित किए गए हैं.
पशुपालन और डेयरी विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी देते हुए अधिकारियों ने किसानों को इनसे जुड़ने के लिए प्रेरित किया. साथ ही समेकित कृषि प्रणाली अपनाने की अपील की गई, जिससे उनकी आमदनी में निरंतर वृद्धि हो सके.
जिला कृषि पदाधिकारी ने कार्यशाला के दौरान खरीफ 2025 में संचालित योजनाओं की विस्तृत जानकारी साझा की. उन्होंने बताया कि जिले में किसानों को 50% अनुदान पर उच्च गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध कराए जा रहे हैं. इसके अतिरिक्त, अनुदानित दर पर मिलने वाले कृषि यंत्रों, भूमि संरक्षण तकनीकों और जल संचयन से जुड़ी योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी गई.
कार्यशाला में सभी प्रखंडों के कृषि पदाधिकारी, तकनीकी प्रबंधक, जनसेवक, प्रगतिशील किसान और कृषक मित्र उपस्थित थे. जिला मत्स्य पदाधिकारी और भूमि संरक्षण पदाधिकारी ने क्रमशः मत्स्य पालन और कृषि यांत्रिकीकरण योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी.
इसे भी पढ़ें : Deoghar: देवघर में महिलाओं के लिए परामर्श शिविर का शुभारंभ, मिलेगी नि:शुल्क कानूनी सहायता