
पटना: बिहार की सियासत एक बार फिर तेज प्रताप यादव के बयानों से गरमा गई है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और पूर्व मंत्री तेज प्रताप ने पार्टी के भीतर गंभीर अनियमितताओं का आरोप लगाया है। तेज प्रताप ने दावा किया कि राजद कार्यालय में शराब पी जाती है और महिलाओं के साथ बदतमीजी होती है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जाती। उन्होंने कहा, “राजद में कई नेता हैं जो अनुशासनहीनता करते हैं। जिला अध्यक्ष शराब पीते हैं, महिलाओं से दुर्व्यवहार करते हैं, लेकिन कोई कुछ नहीं कहता। ये बातें संगठन के अंदर होती हैं।”
तेज प्रताप ने कहा कि वे इन विवादों में अधिक नहीं पड़ना चाहते, लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट किया कि पार्टी में कई ऐसे चेहरे हैं जो सार्वजनिक रूप से कुछ और, लेकिन अंदर से कुछ और हैं।
अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव को लेकर उन्होंने कहा, “उन्हें मुख्यमंत्री बनने का शौक है, बनें। मेरी शुभकामनाएं हैं। लेकिन मुख्यमंत्री जनता तय करती है। जनता के बीच जाना होगा।”
गौरतलब है कि हाल के दिनों में तेज प्रताप पार्टी और परिवार—दोनों से अलग कर दिए गए हैं। सोशल मीडिया पर एक महिला के साथ उनके संबंधों को लेकर चर्चा के बाद लालू यादव ने उन्हें सार्वजनिक रूप से नकार दिया था।
अब तेज प्रताप ने ऐलान किया है कि वे आगामी विधानसभा चुनाव वैशाली जिले की महुआ सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में लड़ेंगे। उनका यह फैसला न सिर्फ राजद के लिए असहज स्थिति बना रहा है, बल्कि बिहार की राजनीति में भी एक नया मोड़ ला सकता है।
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