
चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला समाज कल्याण शाखा द्वारा आयोजित जिला स्तरीय पाक कला प्रतियोगिता-सह-पोषण पखवाड़ा 2025 का समापन समारोह जिला जनसंपर्क कार्यालय, चाईबासा में भव्य रूप से संपन्न हुआ. कार्यक्रम में उपायुक्त कुलदीप चौधरी सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे.
स्थानीय व्यंजन बने आकर्षण का केंद्र
उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने सहायिकाओं द्वारा प्रदर्शित व्यंजनों की सराहना की. उन्होंने कहा कि पाक कला को और प्रभावशाली बनाने के लिए जिला स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. उन्होंने सेविकाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि स्थानीय सामग्री से तैयार किए गए व्यंजन बच्चों के पोषण के लिए अधिक उपयोगी हैं और इन्हें नियमित आहार का हिस्सा बनाया जाना चाहिए.
चार थीम पर आधारित रहा पोषण पखवाड़ा
जिला समाज कल्याण पदाधिकारी स्वेता भारती ने बताया कि पोषण पखवाड़ा की शुरुआत 8 अप्रैल 2025 से हुई थी. यह चार मुख्य विषयों पर केंद्रित रहा —
- जीवन के पहले 1000 दिन
- लाभार्थी मॉड्यूल को प्रोत्साहन
- अति कुपोषित बच्चों का सामुदायिक स्तर पर प्रबंधन
- बच्चों में मोटापे को रोकने के लिए स्वस्थ जीवनशैली को अपनाना
उन्होंने जानकारी दी कि इन 14 दिनों में आंगनबाड़ी केंद्रों, पंचायतों, प्रखंडों और जिला स्तर पर कुल एक लाख से अधिक कार्यक्रम आयोजित किए गए.
सीमित संसाधनों में भी उत्कृष्ट व्यंजन
पाक कला प्रतियोगिता में सहायिकाओं ने स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सामग्री का उपयोग कर व्यंजन तैयार किए. यह पहल यह दर्शाती है कि सीमित संसाधनों में भी कुपोषण से प्रभावी ढंग से निपटा जा सकता है.
प्रतियोगिता में चमकीं ये सहायिकाएं
प्रतियोगिता में कुल 10 परियोजनाओं की 48 सहायिकाओं ने भाग लिया.
प्रथम स्थान: लीलामुनी कुजूर (आंगनबाड़ी केंद्र फुलहातु-बी, प्रखंड सदर चाईबासा)
द्वितीय स्थान: जम्बुवती देवी (केंद्र- खास जामदा-2, प्रखंड- नोवामुंडी)
तृतीय स्थान: मीरा देवी (केंद्र- बड़ाजामदा-1, प्रखंड- नोवामुंडी)
200 से अधिक सेविकाओं की सहभागिता
इस आयोजन का संचालन मनोहरपुर बाल विकास परियोजना पदाधिकारी ने किया और धन्यवाद ज्ञापन बंदगांव परियोजना पदाधिकारी द्वारा प्रस्तुत किया गया. कार्यक्रम में लगभग 200 सेविकाएं, सहायिकाएं एवं महिला पर्यवेक्षिकाएं उपस्थित रहीं.
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