
देवघर: देवघर जिले के सारवां-सोनारायठाड़ी मुख्य मार्ग पर मंगलवार सुबह एक साहसी लूटपाट की वारदात सामने आई। रक्ति मोड़ स्थित बरगद पेड़ के समीप घात लगाए अपराधियों ने एसबीआई ग्राहक सेवा केंद्र (सीएसपी) के संचालक दिनेश यादव से 4.80 लाख रुपये लूट लिए। वारदात इतनी अचानक और सुनियोजित थी कि पीड़ित के पास कोई प्रतिक्रिया का मौका ही नहीं बचा।
दिनेश यादव, जो जगमनडीह गांव के निवासी हैं, रोज़ की तरह सुबह तुरकडीहा एसबीआई सीएसपी केंद्र खोलने जा रहे थे। उनके पास एक बैग में कैश और मोबाइल फोन था। जैसे ही वे रक्ति मोड़ के पास पहुंचे, 20 से 25 वर्ष की उम्र वाले नकाबपोश युवकों ने उनका रास्ता रोक लिया और सिर पर वार कर उन्हें सड़क पर गिरा दिया। इसके बाद अपराधी उनके बैग से कैश लेकर मौके से फरार हो गए। चूंकि हमलावरों के चेहरे ढंके हुए थे और हमला अचानक हुआ, दिनेश को यह नहीं दिख पाया कि वे किस दिशा में भागे।
घटना की सूचना मिलते ही सारवां थाना प्रभारी कौशल कुमार सिंह, समाजसेवी विक्रम पत्रलेख और अन्य स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली। घायल दिनेश यादव को तत्काल प्राथमिक उपचार के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। पुलिस ने मौके से साक्ष्य जुटाने के साथ आसपास के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच शुरू कर दी है। स्थानीय स्तर पर नाके बंदी की जा रही है, परंतु अब तक अपराधियों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही हमलावरों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
क्या लूट के पीछे सुनियोजित साजिश?
इस घटना ने बैंकिंग सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एसबीआई जैसे संस्थानों से जुड़े सीएसपी संचालकों को बिना सुरक्षा के इतने बड़े कैश के साथ भेजना, ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस गश्ती की कमी और अपराधियों के हौसले बुलंद होना – ये सभी बातें प्रशासन के लिए चेतावनी हैं।
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