
सरायकेला : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में एक हाथी की मौत के मामले में, शुरुआती जांच से पता चलता है कि हाथी ने विषैला पदार्थ खाया था, जिससे उसकी तड़प-तड़प कर मौत हो गई। घटना नीमडीह थाना क्षेत्र के तिल्ला टोला आमडा बेडा जंगल के पास हुई, जहां हाथी ने एक खेत में लावकी (एक प्रकार की सब्जी) खाई थी। ग्रामीणों के अनुसार, हाथी ने खेत में काफी नुकसान किया और फिर उसकी मौत हो गई। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई है।
ऐसे मामलों में हाथियों की मौत के कारणों का पता लगाना और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाना महत्वपूर्ण है। वन विभाग और स्थानीय प्रशासन को हाथियों के संरक्षण और उनके आवासों की सुरक्षा के लिए मिलकर काम करना चाहिए।
हाथियों की मौत के मामले में करंट लगना या जहरीला पदार्थ खाना आम बात है। दुमदुमी के निवासी अष्टमी महतो ने कहा कि हाथी द्वारा दो माह पूर्व मेरा घर तोड़ा गया था ,जिसे में बेघर हो गया ।गरीब आज कॉलेज परिसर में रहने पर मजबूर हो गया , चांडिल वन क्षेत्र विभाग द्वारा एक लाख रुपया मुआवजा राशि दिया गया। जो घर बनाया जा रहा ।
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