
जमशेदपुर: जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त अनन्य मित्तल ने मइयां सम्मान योजना के लाभुकों की सूची में संभावित अनियमितताओं की गंभीरता से जांच करने का आदेश दिया है। इस आदेश के तहत सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों और अंचल अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में योजना के लाभुकों की सूची की गहनता से जांच करने का निर्देश दिया गया है। तीन कार्यदिवसों के भीतर सभी रिपोर्ट जिला कार्यालय में प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।
2912 लाभुकों की पहचान, बैंक खातों में अनियमितता
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि योजना के तहत कुछ लाभुकों के नाम एक ही बैंक खाता संख्या से जुड़े हुए हैं, जो योजना के दिशा-निर्देशों के विपरीत है। इस संदर्भ में 2912 लाभुकों की पहचान की गई है, जिनमें से दो या दो से अधिक नाम एक ही खाते से जुड़कर योजना का लाभ उठा रहे थे। इन लाभुकों में विभिन्न अंचलों जैसे चाकुलिया, धालभूमगढ़, मुसाबनी, बहरागोड़ा, डुमरिया, पटमदा, गुड़ाबांदा, बोड़ाम, घाटशिला, मानगो, गोलमुरी, जुगसलाई, जमशेदपुर, और पोटका के नाम शामिल हैं।
सख्त कार्रवाई और विभागीय जांच की चेतावनी
जिला दण्डाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि इस तरह की अनियमितताएं किसी भी हालत में स्वीकार नहीं की जाएंगी। संबंधित प्रखंडों में यदि कोई लाभुक दोषी पाया जाता है, तो उसका नाम सूची से हटा दिया जाएगा और उससे राशि की वसूली की जाएगी। इसके साथ ही यदि किसी कर्मचारी या पदाधिकारी की लापरवाही या संलिप्तता पाई जाती है, तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
पात्र महिलाओं के लिए योजना का उद्देश्य
‘मइयां सम्मान योजना’ का मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को सशक्त बनाना है। यह सहायता केवल उन पात्र महिलाओं को मिलनी चाहिए जो योजना के लिए योग्य हैं। जिला प्रशासन ने सभी लाभुकों और नागरिकों से अपील की है कि वे योजना के तहत सही जानकारी प्रदान करें और यदि किसी को अनियमितता की जानकारी हो तो वह प्रशासन के संज्ञान में लाएं।
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