
जादूगोड़ा: मुसाबनी प्रखंड के जादूगोड़ा थाना क्षेत्र में धर्मडीह गांव का रामनगर टोला इन दिनों सड़क नहीं, कीचड़ के भरोसे है। बरसात शुरू होते ही गांव टापू बन गया है। यहां रहने वाले 42 परिवारों को बाहर निकलने के लिए एक भी पक्की सड़क नसीब नहीं है।
स्थानीय ग्रामीण अनुप बताते हैं कि अगर कोई बीमार हो जाए, तो उसे अस्पताल ले जाना नामुमकिन है। गांव से निकलने के लिए लोगों को पगडंडी पकड़कर मुश्किल से जादूगोड़ा बाजार तक जाना पड़ता है। वहीं बारिश के मौसम में यह रास्ता भी दलदल बन जाता है।
धर्मडीह गांव की स्थिति भी रामनगर से अलग नहीं है। अनुप ने झारखंड के शिक्षा मंत्री सह घाटशिला विधायक रामदास सोरेन से मांग की है कि जादूगोड़ा साप्ताहिक हाट से धर्मडीह होते हुए रामनगर तक पक्की सड़क बनाई जाए। इससे ग्रामीणों को बरसात और आपात स्थिति में राहत मिल सकेगी।
फिलहाल लोग ईंट-भट्ठे के रास्ते करीब दो किलोमीटर का चक्कर लगाकर जादूगोड़ा आ-जा रहे हैं। सवाल अब यह है कि कब जनप्रतिनिधियों की नजर इन गांवों पर पड़ती है और कब इन परिवारों को कीचड़ से राहत मिलती है।
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