- 17 विद्यालयों के 750 छात्रों ने लिया हिस्सा
- ‘लेट्स मेक अ डिफरेंस’ (LMAD) का 25वां वर्ष रहा आत्मबोध, संवाद और परिवर्तन का प्रतीक
- डीबी सुंदरा रामन बोले — “आत्मबोध से ही बनते हैं भविष्य के सशक्त नेता”
जमशेदपुर : केरल पब्लिक स्कूल, कदमा में “लेट्स मेक अ डिफरेंस (LMAD)” जमशेदपुर यूथ कॉन्फ्रेंस 2025 का भव्य समापन हुआ। आत्मचिंतन, संवाद और भावनात्मक नवीकरण पर केंद्रित यह चार दिवसीय सम्मेलन विद्यार्थियों को स्वयं से पुनः जुड़ने का अवसर प्रदान करता रहा। 17 विद्यालयों के लगभग 750 छात्रों ने इसमें भाग लिया और “क्वायट टाइम” जैसी गतिविधियों के माध्यम से आत्मसंवाद की गहराई को अनुभव किया। राष्ट्रीय LMAD संचालक वायरल मजूमदार एवं उनकी पंचगनी टीम द्वारा संचालित इस आयोजन ने युवा मनों में संवेदनशीलता और आत्मबोध की ज्योति प्रज्वलित की। इस वर्ष का आयोजन विशेष महत्व का था क्योंकि यह LMAD और KPS की 25 वर्षों की साझेदारी — “सिल्वर जुबली” — का प्रतीक भी था।
इसे भी पढ़ें : Jamshedpur : बर्मामाइंस पुलिस ने चोरी की बाइक के साथ तीन युवकों को किया गिरफ्तार
युवाओं ने मौन और आत्मचिंतन के माध्यम से खोजी अपनी ‘भीतरी शक्ति’
कार्यक्रम के दौरान केरला स्कूल समूह के निदेशक शरत चन्द्रन ने कहा कि KPS ट्रस्ट हर वर्ष इस आत्ममंथन-आधारित यूथ कॉन्फ्रेंस का आयोजन न केवल अपने छात्रों बल्कि सम्पूर्ण जमशेदपुर के युवाओं के लिए करता आ रहा है। उनका कहना था, “हमारा उद्देश्य हमेशा यही रहा है कि युवा मन अधिक सहनशील, विचारशील और 21वीं सदी की चुनौतियों के लिए तैयार बनें।” उन्होंने बताया कि LMAD की यात्रा वर्ष 2000 में “सवेरा” नामक आवासीय शिविर से शुरू हुई थी, जो 2012 तक चलता रहा। इसके बाद यह “LMAD” के रूप में विकसित होकर एक व्यापक आंदोलन बन गया जिसने अब तक हजारों विद्यार्थियों को आत्मचिंतन की दिशा दी है।
इसे भी पढ़ें : Ghatsila : घाटशिला उपचुनाव : सैकड़ों आदिवासियों ने थामा भाजपा का दामन- चंपई सोरेन बोले, झामुमो का किला दरक रहा है
‘सवेरा’ से ‘LMAD’ तक — आत्मबोध की 25 वर्षों की प्रेरक यात्रा
वायरल मजूमदार ने अपने प्रेरक संबोधन में कहा कि “हर पीढ़ी अपने distractions का सामना करती है, लेकिन सच्ची शक्ति दुनिया को शांत करने में नहीं बल्कि अपने मन को साधने में निहित है।” उन्होंने युवाओं को संदेश दिया कि जब बाहरी शोर भीतर की आवाज़ से ऊँचा हो जाए, तब हमें रुककर सुनना चाहिए — क्योंकि यहीं से असली परिवर्तन शुरू होता है। LMAD “इनिशिएटिव्स ऑफ चेंज (IofC)” से प्रेरित एक राष्ट्रीय आंदोलन है जो आत्म-नेतृत्व, सत्यनिष्ठा और संवेदनशीलता को बढ़ावा देता है। इस वर्ष का सम्मेलन इस बात का प्रमाण था कि शिक्षा केवल पुस्तकों से नहीं, बल्कि आत्मबोध और विचारशीलता से भी मिलती है।
इसे भी पढ़ें : Ghatsila : घाटशिला उपचुनाव : ईवीएम और वीवीपैट की कमीशनिंग पूरी, जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने किया मॉक पोल का निरीक्षण
वायरल मजूमदार ने युवाओं को दिया संदेश — “अपने भीतर की आवाज़ सुनो”
समापन समारोह के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित टाटा स्टील के उपाध्यक्ष डी. बी. सुंदरा रामन ने कहा कि यह सम्मेलन बच्चों में आत्मसंयम और आत्मबोध की भावना का विकास करता है, जो भविष्य के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कॉर्पोरेट जगत भी इन्हीं चुनौतियों से जूझता है, इसलिए विद्यालय स्तर पर इन मूल्यों का संवर्धन एक दूरदर्शी पहल है। इस अवसर पर राजीव अग्रवाल, श्रद्धा अग्रवाल (LMAD समन्वयक), शान्ता वैद्यनाथन (संस्थापक प्राचार्या), लक्ष्मी आर. (शैक्षणिक निदेशक) और आलमेलु रविशंकर (प्रधानाध्यापिका) भी उपस्थित रहीं। LMAD 2025 का आयोजन 30 अक्टूबर से 2 नवंबर तक प्रतिदिन सुबह 7:15 से शाम 5:00 बजे तक सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। इस सम्मेलन ने पुनः यह सिद्ध किया कि मौन, सच्चाई और सेवा के बल पर ही भविष्य के सशक्त और संवेदनशील नेता तैयार किए जा सकते हैं।