
जमशेदपुर: जमशेदपुर समाहरणालय सभागार में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में नार्कोटिक्स समन्वय समिति की अहम बैठक हुई। बैठक में नशीले पदार्थों के उत्पादन, तस्करी और अवैध बिक्री को रोकने को लेकर गहन विमर्श किया गया। इसमें वरीय पुलिस अधीक्षक पीयूष पांडेय, एडीएम (लॉ एंड ऑर्डर) भगीरथ प्रसाद, डीटीओ धनंजय, घाटशिला और धालभूम के एसडीएम समेत पुलिस और प्रशासन के अन्य अधिकारी शामिल रहे।
बैठक में स्पष्ट किया गया कि मेडिकल स्टोर्स और चिकित्सकों को प्रिस्क्रिप्शन ड्रग्स के वितरण में तय दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करना होगा। ड्रग इंस्पेक्टर को फार्मेसी संचालकों से समन्वय बनाते हुए हर गतिविधि पर निगरानी रखने के निर्देश दिए गए।
स्कूल और कॉलेजों में नशामुक्ति कार्यशालाएं आयोजित करने की बात सामने आई ताकि 9वीं से 12वीं तक के छात्र और युवा जागरूक हो सकें। पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि किसी भी इनपुट पर तुरंत कार्रवाई की जाए और ड्रग्स सप्लाई चेन को तोड़ने के लिए सक्रिय रूप से पेडलर्स की पहचान कर कड़ी कार्रवाई हो।
स्वास्थ्य विभाग के मनोचिकित्सकों को निर्देश दिया गया कि वे ड्रग्स से प्रभावित परिवारों की काउंसलिंग करें और पुनर्वास केंद्रों के माध्यम से नशामुक्त व्यक्तियों को सरकारी योजनाओं से जोड़ा जाए, ताकि उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा सके।
जनता से अपील की गई कि ड्रग्स से संबंधित किसी भी गतिविधि की सूचना टोल फ्री नंबर 112 या पुलिस कंट्रोल रूम नंबर 0657-2431028 पर जरूर दें।
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