
जमशेदपुर: बर्मामाइंस लॉम टॉम बस्ती स्थित आर्चरी मैदान में जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सरयू राय तथा सांसद विद्युत वरण महतो द्वारा उद्घाटित 16 मीटर हाई मास्ट लाइट का शिलापट्ट कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा तोड़ दिया गया था. इस घटना के बाद जनता दल (यूनाइटेड) के नेताओं ने कड़ी आपत्ति जताई और विरोध दर्ज कराया.
विरोध के बाद रुका सौंदर्यीकरण कार्य
शिलापट्ट तोड़े जाने की सूचना मिलते ही जद(यू) के पूर्वी सिंहभूम जिला उपाध्यक्ष दुर्गा राव, बर्मामाइंस मंडल अध्यक्ष बबलू कुमार और युवा नेता नवीन कुमार मौके पर पहुंचे. उन्होंने इस कृत्य की कड़ी निंदा करते हुए इसे राजनीतिक विद्वेष का परिणाम बताया.
विरोध के चलते जुस्को द्वारा वहां किए जा रहे सौंदर्यीकरण कार्य को कुछ समय के लिए रोक दिया गया. स्थानीय लोगों और जद(यू) नेताओं के बीच चर्चा हुई, जिसमें यह बात सामने आई कि क्षेत्र के एक गुट ने राजनीतिक मतभेद के कारण इस घटना को अंजाम दिया.
दबाव के बाद पुनः स्थापित हुआ शिलापट्ट
जद(यू) नेताओं ने यह मांग रखी कि जब तक विधायक सरयू राय एवं सांसद विद्युत वरण महतो द्वारा उद्घाटित शिलापट्ट को पुनः नहीं लगाया जाता, तब तक निर्माण कार्य को आगे नहीं बढ़ने दिया जाएगा. उनके सख्त रुख के बाद संबंधित अधिकारियों ने शिलापट्ट को पुनः अधिष्ठापित किया और जुस्को का सौंदर्यीकरण कार्य भी दोबारा प्रारंभ हुआ.
राजनीतिक विद्वेष या महज एक संयोग?
इस पूरे घटनाक्रम ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या यह सिर्फ एक असामाजिक कृत्य था या फिर इसके पीछे कोई गहरी राजनीतिक साजिश थी? स्थानीय लोग इस घटना को लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला मान रहे हैं. वहीं, जद(यू) नेताओं का कहना है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
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