
जमशेदपुर: दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय (भारत सरकार) के सौजन्य से तथा समेकित क्षेत्रीय कौशल विकास, पुनर्वास एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण केंद्र (सी.आर.सी.) रांची एवं जिला प्रशासन, पूर्वी सिंहभूम के संयुक्त तत्वावधान में झारखंड राज्य का पहला जिला स्तरीय पर्पल फेयर 27 जुलाई को बिरसा मुंडा टाउन हॉल, सिद्धगोड़ा, जमशेदपुर में भव्य रूप से संपन्न हुआ।
इस आयोजन का उद्देश्य दिव्यांगजनों को उनके हुनर का मंच, रोजगार की जानकारी, सरकारी योजनाओं से जुड़ाव और समाज में समावेशिता को बढ़ावा देना था। कार्यक्रम “दिव्यांगजनों के लिए, दिव्यांगजनों द्वारा” की भावना पर आधारित रहा, जिसमें आत्मनिर्भरता और समान अवसरों को प्राथमिकता दी गई।
कार्यक्रम का उद्घाटन विधायक पूर्णिमा साहू (जमशेदपुर पूर्वी-सह-राज्य दिव्यांगता सलाहकार बोर्ड सदस्य) एवं अभयनंदन अंबष्ट (राज्य निःशक्तता आयुक्त, झारखंड सरकार) ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। दोनों अतिथियों ने दिव्यांगजनों की प्रतिभा और भागीदारी की सराहना करते हुए भविष्य में ऐसे आयोजनों को प्रोत्साहित करने का आश्वासन दिया।
इस मेले में लगभग 50 दिव्यांग कलाकारों ने भाग लिया, जिनमें शारीरिक रूप से अक्षम, दृष्टिबाधित, मूक-बधिर, बौद्धिक दिव्यांगता और ऑटिज्म से जुड़ी प्रतिभाएं शामिल थीं। उन्होंने नृत्य, कविता, संगीत आदि के माध्यम से दर्शकों का मन मोह लिया। साथ ही दिव्यांगजनों द्वारा निर्मित हस्तशिल्प व कलाकृतियों की प्रदर्शनी भी लगाई गई।
कार्यक्रम में 12 सूचना स्टॉल लगाए गए, जिनमें सरकारी एवं गैर-सरकारी संस्थाओं द्वारा रोजगार, शिक्षा, प्रशिक्षण और पुनर्वास से जुड़ी जानकारियां दी गईं। स्पेशल ओलंपिक भारत द्वारा विशेष खेलों का प्रदर्शन किया गया और दिव्यांग बच्चों को इसमें भागीदारी हेतु प्रेरित किया गया।
एडिप और वयोश्री योजनाओं के तहत विधायक पूर्णिमा साहू के करकमलों से 28 दिव्यांगजनों एवं वृद्धजनों को व्हीलचेयर, श्रवण यंत्र, मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल, ऑक्जीलरी क्लच आदि वितरित किए गए। साथ ही, सक्षम फाउंडेशन एवं ओएनजीसी के सहयोग से 38 सारधी स्मार्ट केन और 30 ज्योति एआई स्मार्ट ग्लास दृष्टिहीन व्यक्तियों को प्रदान किए गए।
इस आयोजन में 2023 के बर्लिन पारा ओलंपिक में पदक विजेता चार खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। सतवीर सिंह सहोता (स्पेशल ओलंपिक भारत, झारखंड) ने अपने अनुभव साझा करते हुए उपस्थित युवाओं को प्रेरित किया।
सी.आर.सी. रांची के निदेशक ने बताया कि कार्यक्रम स्थल को दिव्यांगजनों की सुविधा के अनुसार पूरी तरह सुलभ बनाया गया था। रैम्प, बाधा-मुक्त शौचालय और अन्य आवश्यक सुविधाएं मौजूद थीं, जिससे कोई भी प्रतिभागी असुविधा न महसूस करे।
सी.आर.सी. रांची ने आगामी समय में झारखंड के अन्य जिलों में भी इस तरह के पर्पल फेयर आयोजित करने की योजना बनाई है, जिससे ज्यादा से ज्यादा दिव्यांगजन लाभान्वित हो सकें। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। यह आयोजन न केवल दिव्यांगजनों के लिए उत्सव था, बल्कि समाज के लिए समानता, समावेशिता और गरिमा के मार्ग पर एक प्रेरणादायक कदम बन गया।
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