
मॉक ड्रिल के दौरान मौजूद रहे पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी
जमशेदपुर : आपातकालीन स्थिति में राहत व वचाव कार्य के लिए शुक्रवार को टाटा स्टील परिसर में मॉक ड्रिल कर तैयारियां, कार्यबल एवं मुस्तैदी परखी गई. मॉक ड्रिल कंपनी के साकची गेट पर किया गया. इस दौरान वगैर बताए कंपनी में गैर रिसाव बताकर इस आपातकालीन स्थिति में राहत व बचाव कार्य का रिहर्सल किया गया. मौके पर सिटी एसपी कुमार शिवाशीष, अनुमंडलाधिकारी शताब्दी मजूमदार, सिविल सर्जन डॉ. शाहिर पाल समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे. मॉक ड्रिल में एनडीआरएफ, जिला प्रशासन एवं टाटा स्टील के कर्मचारी शामिल हुए. इस दौरान आपातकालीन स्थिति को नियंत्रित करने के तरीके, क्या करें, क्या न करें, पीड़ितों को प्राथमिक उपचार प्रदान करना, ससमय अस्पताल पहुंचना आदि का ड्रिल किया गया. एसडीएम धालभूम ने कहा कि मॉक ड्रिल से आपातकालीन स्थिति में कई लोगों की जान, संपत्ति और आसपास की सुरक्षा होगी. अभ्यास से ऐसी घटनाओं का सामना करने के लिए तैयार रहते हैं. अभ्यास से मैन पावर, रिसोर्स में कितना गैप है इसका पता चलता है.
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एनडीआरएफ की विशेष टीम ने मॉक ड्रिल में लिया हिस्सा
एनडीआरफ के पदाधिकारी ने केमिकल डिजास्टर और उसके फ्रेमवर्क तथा मॉक ड्रिल पर बताते हुए कहा कि यह भारत की एक विशेष टीम है जो आपदाओं से निपटने और उनके बाद के कामों को मैनेज करने के लिए काम करती है. यह प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं के लिए त्वरित, पर्याप्त, और प्रभावी प्रतिक्रिया देने में माहिर है. जिला स्तरीय मॉक ड्रिल में सिखाया जाता है कि कैसे स्वयं को और अपने आस-पास के लोगों को बचाया जाए. केमिकल डिज़ास्टर और गैस लिकेज पर प्रभावी कार्रवाई तथा लोगों में जागरूकता लाने के लिए मॉक ड्रिल किया गया.
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