
प्रयागराज: महाकुंभ के दौरान लाखों श्रद्धालुओं ने वाराणसी रोडवेज बसों के माध्यम से प्रयागराज और अन्य जनपदों की यात्रा की. इस दौरान वाराणसी रोडवेज को करीब डेढ़ महीने की अवधि में 8 करोड़ से अधिक का लाभ हुआ. प्राप्त जानकारी के अनुसार, 29 लाख से अधिक यात्रियों ने वाराणसी, प्रयागराज, जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, सोनभद्र जैसे जनपदों के लिए रोडवेज बस सेवा का लाभ लिया.
विशेष तैयारी और लाभ का आंकड़ा
प्रयागराज महाकुंभ के 45 दिनों के लिए वाराणसी रोडवेज ने विशेष तैयारियां की थीं. महाकुंभ मेला क्षेत्र और अन्य जनपदों के लिए वाराणसी रोडवेज से लगातार बसें चलायी जा रही थीं. परिवहन निगम वाराणसी के अनुसार, महाकुंभ के इस 45 दिन की अवधि के दौरान रोडवेज को 38.7 करोड़ रुपये का लाभ हुआ. यह आंकड़ा सामान्य समय की तुलना में लगभग 8 करोड़ रुपये अधिक है.
सार्वजनिक परिवहन का महाकुंभ में अहम योगदान
महाकुंभ के दौरान यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या ने रोडवेज को खासा फायदा पहुंचाया. ट्रेन और निजी वाहनों के बाद रोडवेज बसों का सबसे अधिक उपयोग किया गया. लाखों लोग रोडवेज बसों पर निर्भर रहे, जिससे परिवहन विभाग को वित्तीय लाभ हुआ और महाकुंभ के इस आयोजन ने आर्थिक गति को भी बढ़ावा दिया.
धार्मिक पर्यटन से उत्तर प्रदेश को हुआ लाभ
इस महाकुंभ के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार का दावा है कि राज्य को करीब 3 लाख करोड़ रुपये का लाभ हुआ है. इसके अलावा, काशी और अयोध्या के प्रमुख मंदिरों में रिकॉर्ड चंदा प्राप्त हुआ, जो धार्मिक पर्यटन और सांस्कृतिक गतिविधियों के प्रभाव को दर्शाता है.
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