
पोटका: शैक्षणिक सत्र 2025-26 आरंभ हुए 20 दिन से अधिक बीत चुके हैं, किंतु पोटका प्रखंड के सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा 1 से 5 तक के हजारों बच्चों को अब तक नए सिलेबस के अनुसार पाठ्यपुस्तकें नहीं मिल सकी हैं. इससे बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है.
उपायुक्त से मिलकर जताई चिंता
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए पोटका की मुखिया देवी कुमारी भूमिज ने जमशेदपुर के उपायुक्त अनन्य मित्तल से भेंट कर मामले को उनके संज्ञान में लाया. उन्होंने बताया कि नए शैक्षणिक सत्र को आरंभ हुए 21 दिन हो चुके हैं, किंतु अब तक नए पाठ्यक्रम के अनुरूप पुस्तकें वितरित नहीं की गई हैं.
पुरानी पुस्तकों से पढ़ाई, पाठ्यक्रम अधूरा
शिक्षकों द्वारा फिलहाल पुरानी पुस्तकों, ग्रामर पुस्तकों एवं टीएलएम (शिक्षण सहायक सामग्री) के सहारे बच्चों को शिक्षित किया जा रहा है, परंतु इससे सिलेबस का समुचित पालन नहीं हो पा रहा है. बच्चे विषयवस्तु को सही तरीके से समझ नहीं पा रहे हैं और पाठ्यक्रम अधूरा रह जाने की संभावना बढ़ती जा रही है.
जल्द समाधान की मांग
मुखिया ने स्पष्ट कहा कि यदि नए पाठ्यक्रम के अनुसार पुस्तकें शीघ्र उपलब्ध नहीं कराई गईं, तो बच्चों की शैक्षणिक नींव पर गहरा असर पड़ेगा. उन्होंने उपायुक्त से आग्रह किया कि वे इस मुद्दे को प्राथमिकता देते हुए शीघ्र समाधान सुनिश्चित करें, ताकि बच्चों के बीच जल्द से जल्द पुस्तक वितरण हो सके और उनकी पढ़ाई व्यवस्थित हो पाए.
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