
गुवा: सेल संबद्ध चिरिया माइंस स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई गई. प्राचार्य डॉ. शिव नारायण सिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में छात्रों और शिक्षकों ने सुबह 11:00 बजे दो मिनट का मौन रखकर बापू को श्रद्धांजलि अर्पित की.
शांति सभा का आयोजन
विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक करण सिंह आर्य, शिक्षिका मौसमी दास मजुमदार और शिक्षक राकेश मिश्रा के मार्गदर्शन में शांति सभा का आयोजन किया गया. इस अवसर पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए करण सिंह आर्य ने कहा कि महात्मा गांधी न केवल एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे, बल्कि सत्य और अहिंसा के प्रतीक भी थे. उनके तीन प्रमुख सिद्धांत—सत्य, सत्याग्रह और अहिंसा—आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं.
“अहिंसा सबसे बड़ा कर्तव्य”
वरिष्ठ शिक्षिका मौसमी दास मजुमदार ने कहा कि महात्मा गांधी का जीवन हमें सिखाता है कि अहिंसा ही सबसे बड़ा कर्तव्य है. उन्होंने कहा कि स्वराज का अर्थ केवल राजनीतिक स्वतंत्रता नहीं, बल्कि आत्मसंयम और नैतिक मूल्यों का पालन करना भी है. शिक्षा का मुख्य उद्देश्य बच्चों का संपूर्ण विकास करना है, और गांधी जी के विचार सदैव प्रेरणा के स्रोत बने रहेंगे.
शिक्षकों और विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी
कार्यक्रम में शिक्षक समीर प्रधान, संतोष कुमार, सुजीत कुमार, एस.के. पांडेय, मोमिता मजुमदार, सुमित सेनापति, संजू कुमारी, वर्षा विश्वकर्मा, जितेंद्र त्रिवेदी, किशोर झा, तनमोय चटर्जी, अभय सिन्हा, संदीप चक्रवर्ती, आशीष झा, देवाशीष बेहरा, नित्यानंद भगत और सुखेन प्रसाद सहित कई शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे.
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