
पश्चिम सिंहभूम: डायरेक्टरेट जनरल ऑफ माइन्स सेफ्टी (डीजीएमएस), चाईबासा क्षेत्र के निदेशक आर. आर. मिश्रा ने गुरुवार को किरीबुरु खदान का दौरा किया. इस दौरे का मुख्य उद्देश्य खदान में सुरक्षा जागरुकता को बढ़ावा देना और सुरक्षा प्रबंधन की समीक्षा करना था.
‘विस्फोटक सुरक्षा’ विषय पर विशेष कार्यशाला
इस अवसर पर “सेफ ट्रांसपोर्टेशन, हैंडलिंग, स्टोरेज एंड यूज ऑफ एक्सप्लोसिव तथा रिव्यू ऑफ सेफ्टी मैनेजमेंट प्लान” विषय पर एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया.
कार्यशाला में किरीबुरु के मुख्य महाप्रबंधक कमलेश राय, महाप्रबंधक राम सिंह, दीपेन लोहार, सहायक महाप्रबंधक रथिन विश्वास, सी. के. विश्वाल सहित अन्य अधिकारी, पीट सेफ्टी कमिटी के सदस्य और यूनियन प्रतिनिधि उपस्थित थे.
सुरक्षा के हर स्तर पर सजगता का संदेश
मिश्रा ने विस्फोटकों के सुरक्षित प्रयोग, परिवहन और भंडारण से संबंधित सावधानियों पर विशेष जोर दिया. उन्होंने कहा कि खदान में ‘जीरो एक्सीडेंट, जीरो हार्म’ को लक्ष्य बनाना चाहिए.
सुरक्षा प्रबंधन योजना की समीक्षा करते हुए उन्होंने सुरक्षा उपायों की गुणवत्ता को और बेहतर करने की आवश्यकता जताई.
निरीक्षण में मिले सुझाव, शीघ्र पालन के निर्देश
कार्यशाला के बाद मिश्रा ने खदान का गहन निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान सुरक्षा से जुड़े विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की गई. उन्होंने खदान प्रबंधन को स्पष्ट निर्देश दिया कि सुरक्षा संबंधी सुझाए गए उपायों को शीघ्र लागू किया जाए, ताकि किसी भी संभावित दुर्घटना से बचा जा सके और कार्यस्थल पूर्णतः सुरक्षित बन सके.
कार्यक्रम का संचालन और समापन
इस पूरे कार्यक्रम का संचालन खदान के सुरक्षा अधिकारी पी. बी. साहू ने किया. उन्होंने सभी अधिकारियों, कर्मचारियों और यूनियन प्रतिनिधियों से आह्वान किया कि वे सुरक्षा के प्रति सदैव सजग रहें और समय-समय पर प्रशिक्षण लेते रहें.
कार्यक्रम का समापन सुरक्षा संस्कृति को सशक्त बनाने के संकल्प के साथ किया गया.
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