
गुजरात: भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज गुजरात स्थित भुज वायुसेना स्टेशन का दौरा किया. इस अवसर पर उन्होंने वायुसेना के जवानों से बातचीत की और उनकी वीरता तथा समर्पण की सराहना की. उन्होंने विशेष रूप से “ऑपरेशन सिंदूर” में भारतीय वायुसेना की निर्णायक भूमिका को रेखांकित किया.
ऑपरेशन सिंदूर: भारत के पराक्रम की 23 मिनट की गूंज
राजनाथ सिंह ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ छेड़े गए इस अभियान में भारतीय वायुसेना ने निर्णायक नेतृत्व निभाया. महज 23 मिनट में ऑपरेशन सिंदूर ने दुश्मन पर भारी दबाव बनाते हुए उसे तहस-नहस कर दिया.
उन्होंने कहा कि जब भारत ने दुश्मन की सीमा में सटीकता से मिसाइलें दागीं, तो पूरे विश्व ने भारत की सैन्य शक्ति और रणनीतिक साहस को महसूस किया.
“सीमा पार किए बिना हमला करने में सक्षम हमारे लड़ाकू विमान”
रक्षा मंत्री ने कहा कि आज हमारे लड़ाकू विमान सीमा पार किए बिना भी पाकिस्तान के भीतर गहराई तक प्रहार करने में सक्षम हैं. यह भारत की बदलती युद्धनीति और सटीक तकनीकी उन्नयन का परिणाम है.
उन्होंने यह भी कहा कि भारत अब केवल विदेशों से आयातित हथियारों पर निर्भर नहीं है, बल्कि ‘मेक इन इंडिया’ के तहत निर्मित स्वदेशी उपकरण हमारी सैन्य शक्ति की रीढ़ बन चुके हैं.
आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ती भारतीय वायुसेना
राजनाथ सिंह ने वायुसेना की तारीफ करते हुए कहा कि उसने यह सिद्ध कर दिया है कि देश की सैन्य शक्ति अब आत्मनिर्भर हो रही है. भारत में बने उपकरणों की मजबूती और प्रभावशीलता ने यह संदेश स्पष्ट किया है कि भारत अपनी रक्षा क्षमताओं के मामले में अब किसी पर आश्रित नहीं है.
इसे भी पढ़ें : Chaibasa: रांची में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष से मिले विधायक सोनाराम सिंकु, संगठन से लेकर सारंडा माइंस तक हुई चर्चा