
पोटका: पोटका प्रखंड के सभी 34 पंचायतों के कृषक मित्र अपनी वर्षों पुरानी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. यह आंदोलन झारखंड प्रदेश कृषक मित्र संघ की जिला इकाई एवं प्रदेश कमेटी के आह्वान पर प्रारंभ हुआ है. हड़ताल की प्रमुख मांग है—लंबित प्रोत्साहन राशि का भुगतान. कृषक मित्रों का कहना है कि वे लंबे समय से सरकार से अपनी मेहनत की मान्यता स्वरूप प्रोत्साहन राशि की माँग कर रहे हैं, लेकिन लगातार उपेक्षा झेलते आ रहे हैं. कृषक मित्र विश्वजीत गोप, सत्यनारायण मदीना, दुलाल सेन महाकुड़ सहित अन्य ने बताया कि बिना किसी नियमित भुगतान के वे गांवों में कृषि योजनाओं के क्रियान्वयन में अपनी भूमिका निभाते रहे हैं. अब स्थिति इतनी बिगड़ गई है कि जीविकोपार्जन भी कठिन हो गया है.
प्रशासन को दी गई जानकारी
हड़ताल की सूचना प्रखंड कृषि पदाधिकारी एवं आत्मा (ATMA) के तकनीकी प्रबंधक को भी सौंप दी गई है. संघ की ओर से यह स्पष्ट कर दिया गया है कि जब तक लंबित राशि का भुगतान नहीं होता, तब तक कार्य बहिष्कार जारी रहेगा. हड़ताल के कारण खेतिहर किसानों को तकनीकी मार्गदर्शन, बीज या योजनागत सहयोग जैसी सेवाएं नहीं मिल पाएंगी. कृषक मित्रों का कहना है कि वे सरकार की योजनाओं के सच्चे क्रियान्वयनकर्ता हैं, लेकिन यदि उन्हें ही प्रोत्साहन नहीं मिलेगा तो कृषि विकास कैसे होगा? कृषक मित्रों ने चेताया है कि यदि सरकार ने उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया तो वे जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करेंगे और मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर व्यापक आंदोलन की राह पकड़ेंगे.
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