
जमशेदपुर: रविवार को घाघीडीह केंद्रीय कारा एवं घाटशिला उपकारा में न्यायिक व्यवस्था और स्वास्थ्य सेवा को जोड़ते हुए जेल अदालत सह चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया. इस विशेष पहल का उद्देश्य न्याय की पहुँच और बंदियों की चिकित्सा देखभाल को सुनिश्चित करना रहा.
घाघीडीह केंद्रीय कारा में प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी कुमार सौरभ त्रिपाठी द्वारा तीन मामलों की सुनवाई की गई. बोड़ाम थाना कांड संख्या 21/24 के अंतर्गत आरोपी मो. फैजान आलम को जुर्माना नहीं चुकाने के कारण जेल में ही रहना पड़ा. न्यायिक प्रक्रिया के साथ बंदियों से व्यक्तिगत बातचीत कर उनकी समस्याएं भी सुनी गईं.
इधर घाटशिला उपकारा में एसीजेएम अशोक कुमार ने तीन मामलों की सुनवाई की. इस दौरान पैनल अधिवक्ता सुबोध हेंब्रम भी उपस्थित रहे. न्यायिक अधिकारियों ने बंदियों से बातचीत कर उनके रहन-सहन, भोजन, स्वास्थ्य, पारिवारिक संपर्क और न्यायिक सहायता जैसे विषयों पर जानकारी ली.
दोनों कारा परिसरों में चिकित्सा शिविर का भी आयोजन किया गया. कारा चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा बंदियों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. शिविर में सामान्य बीमारियों की जांच, दवा वितरण और परामर्श जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं. यह आयोजन केवल औपचारिक न्यायिक कार्रवाई तक सीमित न रहकर एक मानवीय पहल बन गया. न्यायिक अधिकारियों की संवेदनशीलता, संवाद और सेवा भावना ने बंदियों के मन में नई उम्मीद और विश्वास का संचार किया.
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