
देवघर: बाबा बैद्यनाथ की नगरी देवघर में 11 जुलाई से शुरू हो रहे श्रावणी मेले की तैयारी अब अंतिम चरण में है. हर वर्ष की भांति इस बार भी लाखों श्रद्धालु ‘बोल बम’ का उद्घोष करते हुए कांवड़ यात्रा पर देवघर पहुँचेंगे. इसे लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है.
शनिवार को बाबा मंदिर प्रशासनिक भवन में उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा की अध्यक्षता में पुरोहित समाज के प्रतिनिधियों और मंदिर प्रशासन के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक हुई. करीब ढाई घंटे चली इस बैठक में श्रावणी मेले की तैयारी से जुड़े कई बिंदुओं पर गहन चर्चा और सहमति बनी.
डीसी ने स्पष्ट रूप से कहा कि मेला संचालन में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे हर हाल में पुरोहित समाज के साथ समन्वय बनाए रखें.
बैठक के दौरान पुरोहित समाज के अध्यक्ष डॉ. सुरेश भारद्वाज ने मेंटेनेंस के नाम पर बिजली संकट की समस्या उठाई. इस पर डीसी ने कार्यपालक अभियंता को तुरंत जवाब देने और समाधान सुनिश्चित करने को कहा.
यह बताया गया कि मेले में आने वाले लगभग 80 प्रतिशत श्रद्धालु पुरोहितों के आवास में रुकते हैं, ऐसे में बिजली, पानी, सफाई, दवाओं और चिकित्सकों की समुचित व्यवस्था अत्यंत आवश्यक है.
डीसी ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सभा के पदाधिकारियों से समन्वय बनाए रखें और अपना मोबाइल नंबर साझा करें. उन्होंने कहा कि किसी अनजान नंबर से भी कॉल आने पर उसे रिसीव करना होगा.
एसडीएम सह मंदिर प्रभारी रवि कुमार ने जानकारी दी कि इस बार सुरक्षा के लिए हाई रेजोल्यूशन कैमरों के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. बाबा मंदिर के पांचों प्रवेश द्वारों पर AI स्कैनर कैमरे लगाए जाएंगे. ये कैमरे हर श्रद्धालु के चेहरे को स्कैन कर उसका डेटा प्रशासन के पास सुरक्षित करेंगे.
प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि इस बार किसी भी वीआईपी को विशेष दर्शन की सुविधा नहीं दी जाएगी. रविवार और सोमवार को कूपन प्रणाली भी बंद रहेगी, ताकि सभी श्रद्धालुओं को समान अवसर मिल सके और भीड़ नियंत्रण में मदद मिल सके.
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